गुवाहाटी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दावा किया कि उनकी सरकार पिछले पांच वर्षों में जनता की उम्मीदों पर खरी उतरी है और ‘चौकीदार’ कांग्रेस परिवार और आतंकवादियों की रातों की नींद हराम कर रहा है।
मोदी ने असम के मोरन में चुनावी रैली में पिछले पांच वर्षों के दौरान केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की विकासात्मक गतिविधियों को सूचीबद्ध करते हुए जनता से पूछा कि क्या वे उनके प्रदर्शन से संतुष्ट हैं।
मोदी ने भीड़ से कहा,“ मैं पूछना चाहता हूँ कि क्या यह चौकीदार आपकी उम्मीदों पर खरा उतरा है? क्या आप लोग अपने चौकीदार से खुश हैं? जिसका जवाब तालियों की गड़गड़ाहट के साथ दिया गया लेकिन कुछ लोग रात को सो नहीं पा रहे हैं जिनमें से एक कांग्रेस परिवार है और दूसरे आतंकवादी हैं।”
प्रधानमंत्री चुनाव की घोषणा के बाद राज्य के अपने पहले दौरे पर आये हैं। श्री मोदी राज्य में डिब्रूगढ़ और जोरहाट संसदीय चुनाव क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एवं मौजूदा सांसद रामेश्वर तेली और राज्य के मंत्री तपन कुमार गोगोई के पक्ष में चुनाव प्रचार करने यहां आये हैं। आगामी चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों की जीत की भविष्यवाणी करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि 11 अप्रैल को जब मतदान शुरू होगा तो उसके बाद कांग्रेस मौन हो जायेगी।
मोदी ने बालाकोट हवाई हमले के संदर्भ में कहा, “पहली बार हमने आतंकवादियों के घर में घुसकर उन्हें मारा। क्या यह आपको पसंद आया। क्या आप इस कार्रवाई से खुश और संतुष्ट है? लेकिन कांग्रेस घबरायी हुई है। पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा है लेकिन कांग्रेस की नींद उड़ी हुई है।” मोदी ने कहा, “हमने एंटी सेटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण किया और हम विश्व में ऐसा करने वाले चौथे देश बन गये हैं। क्या आप खुश हैं, लेकिन कांग्रेस के आंखों से आंसू छलक रहे हैं।”
मोदी ने जनता से सवाल किया, “अब जनता को निर्णय करना है कि क्या वह ‘दमदार सरकार’ या ‘दागदार सरकार’ चाहती है। क्या आप एक निर्णायक सरकार चाहते हैं या केवल एक ही नारा देने वाली सरकार चाहते हैं? असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपनी सरकार के कामों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत तभी मजबूत हो सकता है जब असम और पूर्वोत्तर राज्य मजबूत होंगे। हम इसके लिए काम कर रहे हैं। मैं जब फिर अगले पांच वर्षों के लिए जनादेश प्राप्त करुंगा तो मैं सोऊंगा नहीं और जश्न नहीं मनाऊंगा बल्कि मैं और अधिक जोश के साथ काम करूंगा।”
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस का नाम लिये बिना कहा,“वे चौकीदार और चायवाले से नफरत करते हैं। पहले मैं सोचता था कि वे केवल चायवाला पर निशाना साध रहे है लेकिन जब मैंने देश भर की यात्रा की तो मैंने महसूस किया कि असम या पश्चिम बंगाल में हो या कहीं और हो उन्होंने चाय उद्योग से संबंधित लोगों के अस्तित्व और योगदान को कभी स्वीकार नहीं किया।”
इससे पहले प्रधानमंत्री ने असमिया में अपना भाषण शुरू किया और असमिया नववर्ष रोंगाली बिहू की शुभकामनाएं दी और राज्य के नायकों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने इससे अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर चुनावी रैली को संबोधित किया।