नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देश पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के साथ सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाते हुए दुनिया में एक बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है जो आने वाले दशकों में विश्व की प्रगति को रफ्तार देगा।
मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश इस समय नवनिर्माण के आत्मविश्वास से सराबोर है। जब आज की सुबह हर्ष-उल्लास, श्रद्धा और संकल्प की नई रोशनी लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि संसद का बीता सत्र सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। दलित शोषित पीड़ित को न्याय दिलाना सरकार का ध्येय है। सरकार का लक्ष्य है कि गरीबों को न्याय मिले, हर किसी को उसकी इच्छा और आकांक्षाओं के हिसाब से आगे बढ़ने का अवसर मिले।
उन्होंने कहा कि हाल में कुछ खबरों ने देश में नयी चेतना, ऊर्जा का संचार किया है। भारत विश्व की छठवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने महान तमिल कवि, दीर्घदृष्टा और आशावादी सुब्रह्मण्यम भारती को उद्धृत करते हुए कहा कि भारत न सिर्फ एक महान राष्ट्र के रूप में उभरेगा बल्कि दूसरों को भी प्रेरणा देगा। उन्होंने कहा था ‘भारत पूरी दुनिया को हर तरह के बंधनों से मुक्ति पाने का रास्ता दिखाएगा।’