नई दिल्ली। सीबीआई कार्रवाई को लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार के साथ तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी इलाके के चुराभंडार में शुक्रवार को एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे।
यह एक हफ्ते में राज्य में मोदी की तीसरी रैली होगी। मोदी अपने दो दिनों के बेहद व्यस्त कार्यक्रम के तहत दो दिनों में बंगाल के अलावा छत्तीसगढ़, असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भी विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
मोदी ने शुक्रवार की सुबह ट्वीट किया कि पश्चिम बंगाल के लोगों को एहसास है कि केवल भारतीय जनता पार्टी ही उनके सपनों और आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है। उन्होंने लिखा कि जलपाईगुड़ी में आज विभिन्न विकास परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी। इनसे पश्चिम बंगाल के लोगों को बहुत फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने लिखा कि आज और कल, मैं छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में कार्यक्रमों में शामिल होऊंगा। इन राज्यों के लोगों के साथ बातचीत करने की आशा है। मोदी जलपाईगुड़ी में नए उच्च न्यायालय सर्किट बेंच का भी उद्घाटन करेंगे।
जलपाईगुड़ी में कलकत्ता उच्च न्यायालय की सर्किट पीठ उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार के लोगों को त्वरित न्याय प्रदान करेगी। जलपाईगुड़ी में हाईकोर्ट सर्किट बेंच स्थापित करने का निर्णय बुधवार शाम यहां कैबिनेट की बैठक में लिया गया।
मोदी आज पश्चिम बंगाल के उत्तर-पूर्वी जिला जलपाईगुड़ी में कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। यहां वह राष्ट्रीय राजमार्ग-31 डी के फलाकाता-सलसलाबाड़ी खंड को चार लेन किए जाने की आधारशिला रखेंगे।
जलपाईगुड़ी में नेशनल हाईवे का का ये हिस्सा 41.7 किलोमीटर लंबा है जिसे करीब 1938 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इस खंड पर 3 रेलवे ओवर ब्रिज, 2 फ्लाईओवर, 3 अंडरपास और 8 बड़े ब्रिज भी बनाएं जाएंगे। इसके अलावा मोदी जलपाईगुड़ी में उच्च न्यायालय की नई सर्किट बेंच का भी उद्घाटन करेंगे।
हालांकि मोदी की रैली स्थल के लिए मंजूरी को लेकर भी भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। यह ममता बनर्जी के सारदा चिट फंड घोटाले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से सीबीआई की राजनीति से प्रेरित पूछताछ के विरोध में धरना खत्म करने के तीन दिन बाद हो रही है।
यहां भाजपा सूत्रों के मुताबिक मोदी जिले में इस मंच का इस्तेमाल बनर्जी के आरोपों का माकूल जवाब देने के लिए कर सकते हैं और चुनावों से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भी भरेंगे।
भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनावों में राज्य की 42 सीटों में से सिर्फ दो सीटें जीती थीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस बार यहां से 23 सीटें जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। भाजपा के दूसरे नेताओं के मामलों की तरह ही पार्टी को जलपाईगुड़ी में प्रधानमंत्री की सभा के लिये स्थल तलाशने में दिक्कत हुई।
जलपाईगुड़ी के सरकारी कॉलेज और उससे सटे स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के मैदान के लिए मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी को जलपाईगुड़ी शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर खेती की जमीन को किराये पर लेकर सभा के आयोजन के लिये बाध्य होना पड़ा।
भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव राजू बनर्जी ने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता बस संचालकों को चेतावनी दे रहे हैं कि भगवा पार्टी के समर्थकों को अपनी गाड़ियों में रैली स्थल पर न ले जाए। तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौरव चक्रबर्ती ने हालांकि इन आरोपों को निराधार करार दिया।