नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बिगड़ने की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार देर शाम उन्हें देखने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंचे। देर रात एम्स ने अटलजी का मेडिकल बुलेटिन जारी किया। इसमें बताया गया कि पिछले 24 घंटे में पूर्व प्रधानमंत्री की तबीयत काफी बिगड़ गई।
वाजपेयी जून से ही एम्स में भर्ती हैं। बताया जाता है कि कुछ समय से उनकी तबीयत बिगड़ गयी है। वह सघन देखभाल इकाई (आईसीयू) में हैं। मोदी सात बजे के बाद एम्स पहुंचे और पूर्व प्रधानमंत्री का उपचार कर रहे डॉक्टरों से बातचीत की। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा भी वहां थे। मोदी से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी उनसे मिलने एम्स पहुंचीं।
पूर्व प्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों और चिकित्सकों ने हालांकि बताया कि वाजपेयी की हालत स्थिर है। इससे पहले दो दिन पहले केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह भी वाजपेयी को देखने एम्स गए थे।
बतादें कि इससे पहले साल 2009 में भी वाजपेयी की तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत के बाद कई दिन वेंटिलेटर पर रखा गया। हालांकि, बाद में वह ठीक हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद कहा गया कि वाजपेयी लकवे के शिकार हैं। इस कारण वे किसी से बोलते नहीं थे। बाद में उन्हें स्मृति लोप हो गया। उन्होंने लोगों को पहचानना भी बंद कर दिया।
कुछ समय पहले भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया। वायपेयी साल 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए। वे बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं। 25 दिसंबर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था।