नई दिल्ली। प्रधानमंत्री का पद दूसरी बार संभालने से पहले नरेंद्र मोदी रविवार को अपनी मां हीराबेन मोदी का आशीर्वाद लेने गुजरात और सोमवार को वाराणसी की जनता का जीत के लिए आभार व्यक्त करने काशी जाएंगे।
17वीं लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रंचड जीत दर्ज की है। मोदी ने शनिवार को ट्विटर पर गुजरात और काशी जाने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि कल शाम मां का आशीर्वाद लेने गुजरात जाऊंगा। इसके बाद सोमवार को मुझमें विश्वास जताने के लिए काशी जैसी महान धरा के नागरिकों आभार व्यक्त करने जाऊंगा।
मां का लेंगे आशीर्वाद, जेपी चौक पर जनसभा
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता भरत पंडया ने आज बताया कि अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान मोदी अहमदाबाद में एक सभा को संबोधित करेंगे और गांधीनगर में अपने छोटे भाई पंकज मोदी के रायसण स्थित घर पर रहने वाली वयोवृद्ध माता हीराबा से मुलाकात कर आगामी शपथ ग्रहण से पहले उनका आशीर्वाद भी लेंगे।
पंडया ने बताया कि मोदी कल शाम पांच बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेगे। इसके बाद वह वहां खानपुर स्थित जेपी चौक पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बाद में शाम को वह मां से मुलाकात करेंगे और रात्रिविश्राम राजभवन में करेंगे। अगले दिन यानी 27 मई को वह वापस नई दिल्ली लौट जाएंगे।
30 मई को हो सकता है शपथग्रहण
गौरतलब है कि मोदी दोबारा वाराणसी से विजयी हुए हैं और उन्होंने महागठबंधन उम्मीदवार शालिनी यादव को 479505 मतों के भारी अंतर से हराया है। शनिवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक होनी है जिसमें मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक में मोदी को गठबंधन का नेता चुना जाएगा। मोदी संभवतह 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
मोदी ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंप दिया था। कोविंद ने निवर्तमान मोदी कैबिनेट के लिए शुक्रवार को रात्रि भोज का आयोजन किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस रात्रि भोज में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके निवर्तमान मंत्रिपरिषद के सदस्य, निवर्तमान लोकसभा अध्यक्ष प्रमुख रूप से शामिल थे।
लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रपति को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार लिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है।