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विपक्ष की तुष्टीकरण की नीतियों से जनकल्याण के काम पीछे रह गए : मोदी - Sabguru News
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विपक्ष की तुष्टीकरण की नीतियों से जनकल्याण के काम पीछे रह गए : मोदी

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विपक्ष की तुष्टीकरण की नीतियों से जनकल्याण के काम पीछे रह गए : मोदी

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की तथाकथित तुष्टीकरण नीति पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष की ऐसी नीतियों से जनकल्याण और रेलवे जैसी बुनियादी सुविधाओं के काम पीछे रह गए।

मोदी भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर 11वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को नई दिल्ली के लिए हरी झंडी दिखा कर रवानगी करने के बाद वहां एक जन सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज उनकी सरकार निरंतर जनता की संतुष्टि में लगी है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों ने कांग्रेस के एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मान लिया और देश के गरीब परिवारों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।

उन्होंने कहा कि इक्कीसवीं सदी का भारत अब नए सोच और नए अप्रोच के साथ काम कर रहा है। पहले की सरकारें तुष्टीकरण में ही इतना व्यस्त रहीं कि देशवासियों के संतुष्टीकरण पर उनका ध्यान ही नहीं गया। वे वोटों के तुष्टीकरण में जुटे हुए थे और हम देशवासियों के संतुष्टीकरण में समर्पित हैं। उन्होंने इस समय अपनी सरकार पर हमलावर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज एक अप्रैल के इस कार्यक्रम पर हमारे कांग्रेस के मित्र यह बयान ज़रुर देंगे कि ये मोदी तो ‘अप्रैल फूल’ बना रहा है। लेकिन आप देखिए…एक अप्रैल को ही यह ट्रेन चल पड़ी है।

उन्होंने कहा कि देश में विकसित बंदेभारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी को यह हमारे कौशल, सामर्थ्य और हमारे आत्मविश्वास का प्रतीक है। पहले की सरकारों को आजादी के बाद उन्हें बना-बनाया रेलवे नेटवर्क मिला था, अगर तब की सरकारें चाहतीं तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के लिए रेलवे के विकास को ही बलि चढ़ा दिया गया। हाल तो यह था कि आजादी के दशकों बाद भी हमारे नॉर्थ-ईस्ट (पूर्वोत्तर ) के राज्य रेलवे से नहीं जुड़े थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में जब जनता ने उन्हें देश की सेवा का मौका दिया, तो उन्होंने तय किया कि अब ऐसा नहीं होगा, रेलवे का कायाकल्प होकर रहेगा। बीते नौ वर्षों में हमारा यह निरंतर प्रयास रहा है कि भारतीय रेल दुनिया का श्रेष्ठ रेल नेटवर्क कैसे बने। इसका परिणाम है कि इस आधुनिक भारत में नयी व्यवस्थाएं बन रही हैं, नयी परंपराएं बन रही हैं। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इसी का एक उत्तम उदाहरण है। यह आयोजन जिस आधुनिक और भव्य रानी कमलापित स्टेशन पर हो रहा है, उसका लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था। आज रेलवे स्टेशनों का आधुनिकरण किया जा रहा है।

मोदी ने कहा कि आज देश के 6,000 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा दी जा रही है। देश के 900 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाने का काम पूरा हो चुका है। पहले सांसद चिट्ठी लिखते थे कि ट्रेन इस स्टेशन पर रूकने की व्यवस्था हो, यहां रोकी जाए, वहां रोकी जाए…यही आता था। आज मुझे गर्व है कि जब सांसद चिट्ठी लिखते हैं और मांग करते हैं कि हमारे यहां भी ‘वंदे भारत ट्रेन’ जल्दी से जल्दी चालू हो।

उन्होंने कहा कि आज मुझे यहीं से दिल्ली के लिए भारत के आधुनिकतम वंदे भारत ट्रेन को रवाना करने का अवसर दिया है। रेलवे के इतिहास में कभी बहुत कम ऐसा हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर इतने कम अंतराल में किसी प्रधानमंत्री का दोबारा आना हुआ हो। अपने भाषण के आरंभ में मोदी ने पिछले दिनों इंदौर में मंदिर की छत गिरने की घटना में मृत व्यक्तियों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की ओर घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य की कामना की।