नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलित और आदिवासी विरोधी करार देते हुए गुरुवार को कहा कि दलितों के विरोध में वह खड़े तो नहीं हो सकते हैं, लेकिन उनके दिल में इन समुुदायों के लोगों के लिए कोई जगह नहीं है और वह उन्हें कुचलना चाहते हैं।
गांधी ने यहां जंतर मंतर पर एससी/एसटी के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए कहा कि दलितों के पक्ष में खड़ा रहना मोदी की राजनीतिक मजबूरी है। यदि वह ऐसा करते हैं तो पूरा देश उनके खिलाफ खड़ा हाे जाएगा, लेकिन उनकी सोच दलित विरोधी है।
देश का हर कमजोर व्यक्ति इस बात को समझता है कि प्रधानमंत्री के दिल, दिमाग और मन में दलितों के लिए कोई जगह नहीं है और वह दलितों को कुचलना एवं दबाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी की केवल सोच ही दलित विरोधी नहीं है, बल्कि भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सोच भी वैसी ही है। जहां भी भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं उन राज्यों में खुलेआम दलितों को मारा, पीटा और दबाया जाता है तथा उन्हें कुचला जाता है।
गांधी ने कहा कि दलितों के खिलाफ अत्याचार निवारण कानून कांग्रेस लायी थी। भाजपा की सोच दलितों के खिलाफ है, इसलिए जहां भी दलित आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं उन्हें कुचल दिया जाता है, मारा जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसा हिंदुस्तान चाहती है, जहां सबको आगे बढ़ने का अवसर मिले और इस दिशा में कांग्रेस एक इंच पीछे हटने वाली नहीं है।