नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 100 लाख करोड़ रुपए की प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना की घोषणा की।
मोदी ने रविवार को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आने वाले कुछ समय में प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना का राष्ट्रीय मास्टर प्लान देश के सामने रखेगा।
सौ लाख करोड़ से भी अधिक की योजना लाखों नौजवानों के लिए रोजगार के लिए नए अवसर लेकर आएगी। यह ऐसा मास्टर प्लान होगा, जो हॉलिस्टिक इंफ्रास्ट्र्क्चर की नींव रखेगा। अभी परिवहन के साधनों में कोई तालमेल नहीं है। यह इस गतिरोध को तोड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है। भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गति शक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।
छोटे किसान बने देश की शान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘छोटा किसान बने देश की शान’ का नया नारा दिया। मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश के 75वें स्वाधीनता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ‘छोटा किसान बने देश की शान’ यह हमारा सपना है।
देश के 80 प्रतिशत से अधिक किसानों के पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है । पहले की नीतियों में इन छोटे किसानों को प्राथमिकता नहीं दी गई। अब इन्ही किसानों को ध्यान में रखकर निर्णय लिए जा रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि इन किसानों को ध्यान में रखकर फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया रहा है, फसल बीमा योजना शुरू की गई, सौर ऊर्जा पर जोर दिया जा रहा है और किसान उत्पादक समूह आदि का गठन किया जा रहा है। इससे किसानों की ताकत बढ़ेगी। ब्लॉक स्तर पर वेयरहाउस के निर्माण के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत दस करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खाते में डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सामूहिक शक्ति बढ़ानी होगी और नई सुविधाएं देनी होगी।
उन्होंने कहा कि देश के 70 रेल मार्गों पर किसान रेल चलाई जा रही है जिससे किसानों के उत्पाद देश-विदेश तक पहुंच सके। इस सुविधा से शाही लीची, काला चावल, हल्दी या अन्य उत्पाद दुनिया में भेजे जा रहे हैं। भारत कि मिट्टी से पैदा हुई खुशबू दुनिया में पहुंच रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों का सामर्थ्य स्वामित्व योजना से बढ़ रहा है। जमीन विवाद समाप्त हो रहे हैं और बैंकों से आसानी से ऋण मिल रहा है। गरीब की जमीन विवाद का नहीं, विकास का आधार बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की जमीन से निकली सब्जी दुनिया का स्वाद बन रही है।