अजमेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 807वें सालाना उर्स पर छह मार्च को उनकी मजार शरीफ पर चादर पेश की जाएगी।
प्रधानमंत्री की ओर से गरीब नवाज की बारगाह में पेश की जाने वाली इस चादर को शनिवार को नई दिल्ली में स्वयं मोदी ने अजमेर से पहुंचे दरगाह कमेटी, अंजुमन सैयद जादगान एवं अंजुमन शेखजादगान के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सौंपी। इस मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलातों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी मौजूद रहे।
नकवी छह मार्च को अजमेर के कायड़ में दरगाह कमेटी की ओर से बनने जा रहे गरीब नवाज विश्वविद्यालय की बुनियाद रखने आ रहे है और इसी दिन बुनियाद से पहले वे दरगाह शरीफ की जियारत कर मोदी की ओर से भेजी गई चादर को पेश करेंगे और प्रधानमंत्री का संदेश पूरे आवाम के नाम पढ़कर सुनाएंगे।
नई दिल्ली में मोदी से शनिवार को भेंट करने वाले प्रतिनिधि मंडल में दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान, अब्दुल जरार चिश्ती एवं सचिव शेखजादा अब्दुल माजिद चिश्ती, अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद मोईन हुसैन सरकार, सईद अफशान अहमद चिश्ती, मुजफ्फर अली, कमर आघा, सिराजुद्दीन कुरैशी, सैयद हम्माद निजामी तथा कुलसुम सैफुल्लाह मौजूद रहे।
गौरतलब है कि ख्वाजा गरीब नवाज के 807वें सालाना उर्स का झंडा कल तीन मार्च को चढ़ने जा रहा है और रजब का चांद दिखने के बाद सात मार्च से विधिवत उर्स की शुरुआत होगी। जिला प्रशासन एवं गुप्तचर विभाग की सलाह पर कहा गया है कि वीवीआईपीओं की चादर उर्स के पहले तीन दिन ही चढ़ा दी जाए ताकि उर्स में शरीक होने वाले लाखों जायरीनों को किसी तरह की कोई दिक्कत न आए।