नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने गुरुवार को कहा कि महात्मा गांधी खंडित भारत के राष्ट्रपिता हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उभर रहे ‘नए भारत’ के राष्ट्रपिता हैं।
इंद्रेश कुमार ने यहां ‘डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नेशनल अवार्डस् फॉर आउटस्टैंडिंग पब्लिक लीडरशिप 2019’ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ। यह ‘टूटा फूटा’ भारत था और महात्मा गांधी खंडित भारत के राष्ट्रपिता थे। अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ‘ए’ हटाकर मोदी ने नया भारत बनाने का काम शुरू किया है। मोदी नए भारत के राष्ट्रपिता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने कब्जे वाले कश्मीर को भारत को सौंप देना चाहिए। भारत को चीन से अकाईचिन वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैलास मानसरोवर हमारा था और हमारा है। इसे वापस लेना चाहिए। केवल यही रास्ता है जिसपर भारत को चलना होगा।
गौरतलब है कि न्यूयार्क में दो दिन पहले मोदी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें ‘फादर आफ इंंडिया’ कहा था। इस पर कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुस्लिम मोर्चा के प्रमुख इंद्रेश कुमार ने कहा कि वर्ष 1947 में आक्रमणकारियों के साथ संघर्षविराम की घोषणा करके पंडित जवाहर लाल नेहरु ने देश के साथ विश्वासघात किया था। इस पर उन्होंने मंत्रिमंडल तथा सेना प्रमुखों के साथ भी विचार विमर्श नहीं किया था। इसी कारण पाकिस्तान ने कश्मीर के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया था।
गैर सरकारी संगठन चाणक्य फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस समारोह में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्याेग मंत्री रामेश्वर तेली तथा कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
समारोह में तेलंगाना में तेलुगू देशम पार्टी के विधायक चल्ला धर्म रेड्डी को ‘सर्वश्रेष्ठ विधायक’ और पुड्डूचेरी के स्वास्थ्य मंत्री मलाडी कृष्णा राव को ‘सर्वश्रेष्ठ मंत्री’ के सम्मान से नवाजा गया। दोनों नेताओं को पुरस्कार स्वरुप प्रशस्ति पत्र, फलक और शॉल भेंट की गई।