हजारीबाग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि साढ़े चार वर्ष पूर्व केंद्र में एक मजबूत सरकार चुने जाने के कारण ही जहां प्रत्येक क्षेत्र में विकास के इतने कार्य किए गए वहीं कई कड़े निर्णय भी लिए गए।
मोदी ने यहां के मटवारी गांधी मैदान में हजारीबाग, दुमका एवं पलामू मेडिकल कॉलेज भवन समेत 800 करोड़ रुपए की कुल 11 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के इतने कार्य इसलिए संभव हो सके क्योंकि लोगों ने साढ़े चार वर्ष पूर्व एक मजबूत सरकार चुनी थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर निरंतर प्रयास कर रही है। देवघर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाद आज तीन जिले दुमका, हजारीबाग और पलामू में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन इन्हीं प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य का सीधा संबंध पेयजल और स्वच्छता से है। झारखंड में पीने का स्वच्छ पानी सुलभ कराने के लिए भी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने हजारों करोड़ रुपए की लागत से 350 परियोजनाओं पर काम किया है। आज 11 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि सिंचाई से जुड़ी कई परियोजनाओं की शुरुआत हुई है, जिनके पूरे होने पर हजारीबाग के साथ अन्य जिलों की भूमि भी सिंचित हो सकेगी। पलामू जिले में दशकों से लंबित मंडल डैम परियोजना पर पिछले महीने काम शुरू किया गया। इन सभी परियोजनाओं से किसानों को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और झारखंड सरकार का उद्देश्य किसानों एवं गरीबों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाना है। यही कारण है कि चाहे राशन हो, छात्रवृत्ति हो या पेंशन, हर सरकारी मदद सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना लेकर आई है, जिसके तहत पांच एकड़ जमीन वाले किसानों के खाते में पैसे भेजे जाएंगे।
दस साल में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए किसानों के खाते में सरकार जमा करेगी। इस राशि से किसानों को न केवल समय पर बीज और खाद खरीदनें में मदद मिलेगी बल्कि साहुकारों से ऊंचे ब्याज पर कर्ज लेने से भी मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड के 22 लाख किसान परिवार को सीधा लाभ मिलने वाला है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ गरीबों, वंचितों, महिलाओं सभी वर्ग को सशक्त करने में जुटी है। इसी सोच के तहत दो बड़े शिक्षण संस्थान का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है, जिनमें से एक महिला और दूसरा आदिवासी समाज से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि हजारीबाग का आचार्य विनोबा भावे विश्वविद्यालय महिला सशक्तिकरण मामले में हमेशा अग्रणी रहा है। हजारीबाग की बेटी कैप्टन शिखा सुरभि गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुई, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड वीरों की भूमि रही है। भगवान बिरसा मुंडा की अगुवाई में चली आजादी की लड़ाई वाली इस धरती ने कई वीर दिए हैं।
वीर सपूत विजय सोरेंग को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। गुमला में मौजूद शहीद के परिवार को नमन करता हूं। उनके बच्चे बहादुरी से इस समय का सामना कर रहे हैं। कृतज्ञ राष्ट्र के नाते हर कदम पर एक अभिभावक के रुप में हमें उनके परिवार की देखभाल करनी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड के रामगढ़ में महिला इंजीनियरिंग कॉलेज पूर्वी भारत में पहला और देश का तीसरा कॉलेज है, जहां बेटियां इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। आदिवासी समाज को शिक्षा से जोड़ने के लिए उनकी सरकार निरंतर प्रयासरत है। हर प्रकार की सहायता आदिवासी समुदाय को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड से ही देश के सभी आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य मॉडल के विद्यालय खोले जा रहे हैं।
झारखंड में ऐसे 24 विद्यालय शुरू हो चुके हैं और अन्य 70 पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा दिया जा रहा है। झारखंड ने तीरंदाजी समेत कई खेल में देश को बड़े खिलाड़ी दिए हैं। ऐसे में झारखंड के युवाओं की शक्ति आने वाले समय में और निखर कर सामने आएंगे।
मोदी ने कहा कि झारखंड के बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए आज एक महत्वपूर्ण कान्हा दुग्ध योजना की शुरुआत भी की गई है। इसके तहत स्कूलों में बच्चों को पैकेट में दूध दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि आदिवासी नायकों को सम्मान देने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की बदौलत ही झारखंड में धरती आबा बिरसा मुंडा के नाम संग्राहालय का निर्माण कराया जा रहा है। कई संग्राहालय देश के अलग-अलग राज्यों में बनाए जा रहे हैं। ये आदिवासी नायकों की याद दिलाएंगे साथ ही इनसे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड में स्वच्छता की दिशा में बहुत सराहनीय काम किए गए हैं। राज्य में साढ़े चार वर्ष पहले स्वच्छता का दायरा जहां केवल 30 प्रतिशत था वहीं आज राज्य ने स्वयं को खुले में शौच से मुक्त कर दिया है।
रिकॉर्ड समय में 33 लाख से ज्यादा शौचालय बनाए गए। उन्होंने कहा कि हजारीबाग में सबसे कम समय में सबसे अधिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। नदियों के पानी को साफ करने वाली योजना का भी शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है।