गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने 69वें जन्मदिन के मौके पर मां हीराबा से यहां मुलाकात की और उनके आशीर्वाद लेने के बाद उनके साथ दोपहर का भोजन भी किया जिसमें गुजरात में शुभ मौकों पर बनाया जाने वाला पारपंरिक व्यंजन पूरन पूली भी उन्हें परोसा गया।
केसरिया रंग का खादी का जैकेट और कुर्ता पजामा पहने मोदी दोपहर यहां रायसण में अपने सबसे छोटे भाई पंकज मोदी के घर पहुंचे जहां उनकी मां भी रहती हैं। उन्होंने मां के चरण छुए और उनके साथ समय बिताया और दोपहर का भोजन भी किया जो पारंपरिक गुजराती थाली थी। इसमें अरहर की पीसी हुई मीठी दाल भरी पूरी भी थी। इसे गुजरात में पूरन पूली कहते हैं और इसे शुभ मौकों पर परोसते हैं। उन्होंने मां के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली।
बाद में जब वह वापस लौटने के लिए घर से बाहर निकले तो उनकी एक झलक लेने के लिए वहां लोगों की खासी भीड़ जुट गई थी और इनमें बच्चों समेत अधिकतर उनके भाई के पड़ोसी थे। मोदी ने न केवल उन्हें ऑटोग्राफ दिए बल्कि उनमें से कुछ को उनके साथ सेल्फी लेने की इजाजत भी दी।
मोदी कल रात ही गृहनगर गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे और रात को राजभवन में ठहरे थे। उनकी आज तड़के मां से मिलने की अटकलें थीं पर वह पहले नर्मदा जिले के केवड़िया चले गये जहां उन्होंने सरदार सरोवर बांध के पूरी तरह भर जाने के अवसर पर आयोजित नमामी देवी नर्मदे कार्यक्रम में शिरकत की और बाद में लौट कर मां से मिले। वह अक्सर अपने जन्मदिन और अन्य शुभ अवसरों पर या उनसे पहले मां से आशीर्वाद लेते हैं।
उनके भाई की एक पड़ोसी महिला ने बताया कि उनके बच्चों को लगा था कि मोदी अहले सुबह आ सकते हैं इसलिए वह तड़के ही उठ कर वहां पहुंच गए थे ताकि उनकी एक झलक मिल सके। जब वह सुबह नहीं आए तो बच्चे स्कूल भी नहीं गए और दोपहर को फिर वहां पहुंच गए। मोदी ने उन्हें ऑटोग्राफ भी दिया।