उडुपि। योग गुरु बाबा रामदेव ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवादित मामले में हाल ही में सुप्रीमकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि जैसे ईसाइयों के लिए वेटिकन सिटी, मुस्लिमों के लिए मक्का है ठीक वैसे ही हिन्दुओं के लिए अयोध्या में राम मंदिर को एक मुख्य तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित किया जाना चाहिए।
बाबा रामदेव ने शुक्रवार रात यहां संवाददाताओं से कहा कि श्री विश्वेशा तीर्थ स्वामीजी और कई अन्य हिन्दू नेताओं का सपना है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनना चाहिए। शीर्ष अदालत ने एक ट्रस्ट गठन करने और मंदिर निर्माण के लिए केन्द्र सरकार को वरिष्ठ स्वामियों और हिन्दू नेताओं को इसमें शामिल करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में हिंदू धर्म की वैदिक परंपरा के लिए एक स्मारक बनना चाहिए। भगवान राम न केवल हिन्दुओं के पूर्वज हैं बल्कि मुस्लिमों के भी पूर्वज है। हिन्दुओं और मुस्लिमों दोनों को राम मंदिर और मस्जिद बनाने के लिए एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।
योग गुरु ने अयोध्या मेें मस्जिद के लिए निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं को मस्जिद के निर्माण में सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण राम नवमी के दिन से शुरू करना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखनी चाहिए।
शीर्ष न्यायालय के फैसले से असंतुष्ट आल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर टिप्पणी करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि ओवैसी की हमेशा नकारात्मक सोच रही है और वह घृणा से भरे हुए हैं। वह हिन्दू और मुसलमानों के बीच झगड़ा पैदा करने की कोशिश करते रहते हैं लेकिन हमारी प्राथमिकता शांति और एकता बनाए रखने की है।