लंदन। पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले में वांछित भगौड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लंदन की वेस्टमिंस्टर अदालत ने शुक्रवार को जमानत नहीं दी और इस मामले की अगली सुनवाई 26 अप्रेल को होगी।
नीरव मोदी (48) को इस दौरान लंदन की जेल में ही रहना होगा। भगौड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने ज़मानत याचिका ख़ारिज कर दी है।
नीरव मोदी को लंदन के होल्बोर्न इलाके से 19 मार्च को गिरफ़्तार किया गया था जिसके बाद उसे लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया गया। उस समय अदालत ने नीरव मोदी को 29 मार्च तक हिरासत में भेज दिया था।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक नीरव मोदी ने शुक्रवार को अदालत से जमानत की अपील की थी लेकिन अदालत ने उसकी अपील को खारिज करते हुए उसे दोबारा हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
नीरव मोदी को गत 20 मार्च को उस समय तगड़ा झटका लगा जब स्थानीय वेस्टमिंस्टर की अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज करते हुए 29 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। पीएनबी घोटाले के मुख्य अभियुक्त नीरव मोदी को स्कॉर्टलैंड यार्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर वेस्टमिंस्टर अदालत में पेश किया था।
नीरव मोदी की तरफ से वकील आनंद दुबे ने पैरवी की, लेकिन उनकी दलीलें दरकिनार करते हुए अदालत ने नीरव की जमानत याचिका खारिज कर दी तथा हीरा कारोबारी को इस मामले की अगली तारीख 29 मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। दुबे भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के भी वकील हैं।
इस बीच मुंबई की धनशोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) की विशेष अदालत ने नीरव मोदी की 173 बहुमूल्य पेंटिंग और 11 महंगी कारों की नीलामी के लिए प्रवर्तन निदेशालय को अनुमति दी।
गौरतलब है कि वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने 18 मार्च को नीरव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। नीरव मोदी 17 माह पहले देश से भाग गया था। उसे कुछ दिन पहले लंदन की सड़कों पर देखा गया था, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सरकार उसके प्रत्यर्पण को लेकर कार्रवाई कर रही है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इंटरपोल और ब्रिटेन के अधिकारियों से सम्पर्क साधकर नीरव मोदी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करते हुए उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी ने मिलकर पीएनबी को 13 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाया था।
भारतीय अधिकारियों के आवेदन पर नीरव मोदी की गिरफ्तारी के लिए पिछले साल जुलाई में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था।