“अमर शहीद को सलाम”
|| उन वीर शहीदों को याद करो
जिन्होंने तन मन सब अपना
देश की खातिर सौंप दिया
लेकर तिरंगा हांथ
बस जमीं पर सो गया
कसमें खांयी वतन के लिये
सर वतन का झुकने न दिया
खांयी गोली एक सीने पर
चिथडे दुश्मन के कर दिया
सरहद की एक हरकत को
जिम्मेदारी से निभा लिया
सामने से आयी गोली तो
जबाब बम से दे दिया
आ गये कुत्ते सामने तो
शेर बनकर जबाब दिया
खून से लतफत होते हुऐ भी
भूनकर दुश्मन को रख दिया
आखिरी साँस तक लडते हुऐ
जय हिन्द कहकर सो गये
तन मन सब अपना,
देश को दे गये
अमर हो गये आज तुम
शहीद तुम कहला गये
नमन करता देश तुम्हें
दुश्मन भी थर्रा गये ||