पणजी। भारत में पोकर को बतौर एक खेल नया मंच देने के लिये गोवा के पणजी में 14-19 जनवरी तक चलने वाली पांच करोड़ रूपये की भारी भरकम ईनामी राशि पोकर चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है जिसकी शुरूआत काफी धमाकेदार अंदाज़ में हुई।
ताश के इस खेल पोकर को अभी तक रोमांच और मनोरंजन से ही जोड़कर देखा जाता रहा है, लेकिन अब भारत में पोकर के दीवानों की लगातार बढ़ती संख्या और खासकर युवाओं में इसकी चाहत को देखते हुये पोकर को बतौर खेल स्थापित करने के लिये पोकर चैंपियनशिप जैसे टूर्नामेंटों का लगातार आयोजन किया जा रहा है।
पणजी के बिग डैडी कैसिनो में आयोजित इस चैंपियनशिप में बड़ी संख्या में खिलाड़ी लाइव टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं जिसकी ईनामी राशि करीब पांच करोड़ रूपये रखी गयी है जिसके विजेता को पोकर चैंपियन 2020 के खिताब से नवाजा जाएगा। इसके बाद 24 जनवरी से 9 फरवरी तक ऑनलाइन पोकर चैंपियनशिप की शुरूआत की जाएगी जिसकी ईनामी राशि करीब 16 करोड़ रूपये रखी गयी है, जिसे स्पार्टन पोकर डॉट काम पर खेला जाएगा।
गोवा के कैसिनो में पोकर चैंपियनशिप की शुरूआत के साथ 2019 के सत्र विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। पिछले सत्र में राज तलवार और प्रणय चावला विजेता बने थे। राज ने कहा, यह खेल पहले रोमांच से जोड़कर देखा जाता था लेकिन इसमें रणनीति, एकाग्रता और प्रतिभा की ज़रूरत होती है, इसलिये यह जुए से कहीं बढ़कर है।
स्पार्टन पोकर के सह संस्थापक अमीन रोजानी ने कहा, पोकर को देश में लोकप्रिय बनाने और इसे एक खेल के तौर पर बढ़ाने के लिये यह चैंपियनशिप बहुत अहम है। स्पार्टन पोकर में युवाओं का प्रतिशत 2015 में इसकी शुरूआत के बाद से करीब 300 फीसदी बढ़ा है। उन्होंने साथ ही बताया कि पोकर खेलने वाले खिलाड़ियों में 25 से 35 आयु वर्ग के पुरूषों का प्रतिशत करीब 80 से 85 फीसदी है जबकि अभी महिलाओं की संख्या कम है जो धीरे धीरे बढ़ रही है।
पोकर में करोड़ों की धनराशि के कारण पारदर्शिता कायम करने को लेकर रोजानी ने कहा, खेल के दौरान जितने भी वित्तीय लेनदेन होते हैं उसकी पूरी रिकार्डिंग की जाती है। साथ ही राज्य सरकार को कमाई का 30 फीसदी टीडीएस भी दिया जाता है। उन्होंने साथ ही कहा कि देश में सट्टेबाजी को कानूनी रूप से वैध किया जाना चाहिए।