सिरोही। जिले में 30 मई को भारजा के पास पकड़ी गई अवैध शराब के मामले में सिरोही पुलिस खुदकी मिलीभगत नहीं होने का प्रमाण देने के लिए जो भी काम कर रही है उसमें से ही सिरोही पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
31 मई को सरूपगंज पुलिस द्वारा पकड़े गए शराब से भरे कंटेनर के मामले में सरूपगंज पुलिस कठघरे में खड़ी हो गई तो अब आबूरोड शहर पुलिस थाने के सीआई ओमप्रकाश द्वारा सिरोही पुलिस के प्रेस व्हाट्सएप ग्रुप में डाले गए वीडियो ने भी पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य सरकार से आया जांच दल सिरोही में शराब तस्करी में पुलिस अधीक्षक की कथित संलिप्तता के लिए इस प्रकरण का भी संज्ञान ले रहा है।
ये बोले आबूरोड सीआई
आबूरोड शहर सीआई ओमप्रकाश विश्नोई का ये वीडियो 2 जून को प्रेस में रिलीज किया गया था। इस वीडियो में आबूरोड शहर थानाधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई बता रहे हैं कि 21 मार्च को उन्हें शहर में हरियाणा निर्मित शराब की सूचना मिली थी। इस पर कार्रवाई की गई थी। उन्होंने इस वीडियो में इस कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मियों के नाम बोलते हुए ये बताया कि इस कार्रवाई में देवेन्द्र 1019 कांस्टेबल उसमें शामिल नहीं था।
उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्रवाई के अलावा कोई दूसरी कार्रवाई शहर थाने ने नहीं की थी। सूत्रों के अनुसार इस वीडियो में कार्रवाई में जिन लोगों के नाम शहर सीआई ओमप्रकश विश्नोई ने लिया है उसमें से भी कई कांस्टेबलों को इस कार्रवाई के बाद थाने से हटा देने की सूचना मिली है। ओमप्रकाश बिश्नोई यह बताएंगे कि क्या वाकई इस कार्रवाई में शामिल जिन पुलिस कर्मियों को का नाम उन्होंने लिया है उनमें से तीन को 21 मार्च की कार्रवाई के बाद तुरंत क्यों थाने से हटा दिया गया?
इसी कार्रवाई से तो नहीं उठाई थी एसपी पर अंगुली
सिरोही में एक्साइज विभाग की कार्रवाई के बाद सिरोही पुलिस कठघरे में खड़ी थी। लेकिन, सिरोही पुलिस में भी सिरोही एसपी को कठघरे में खड़े करने वाले कांस्टेबल देवेन्द्र रावल ने इसी 21 मार्च की कार्रवाई का जिक्र करते हुए ही पुलिस अधीक्षक का शराब तस्करों के कहने पर उसे निलंबित करने का आरोप लगाया था।
सूत्रों के अनुसार देवेन्द्र का आरोप था कि 21 मार्च को उसने आबूरोड के गांधीनगर क्षेत्र में हरियाणा निर्मित शराब की कार्रवाई की थी इसलिए उसे निलंबित किया। संभवत: इसी आरोप को निराधार बताने के लिए आबूरोड शहर थानाधिकारी ने यह विडियो प्रेस में रिलीज किया। लेकिन, सवाल अब भी वही है कि इस कार्रवाई में शामिल कांस्टेबलों को भी इस कार्रवाई के तुरंत बाद लाइन हाजिर या निलंबित किया है क्या? किया है तो क्यों?
सूत्रों की मानें तो इस कार्रवाई में देवेन्द्र शामिल हो या ना हो लेकिन, कहीं ना कहीं उसने इस शराब का इनपुट कार्रवाई में शामिल एक कांस्टेबल की दी। उसने मौके पर जाकर इस शराब को पकड़ा और इसकी सूचना थाने में दी। फिर यह कार्रवाई हो पाई। सूत्रों के अनुसार इस कार्रवाई के बाद देवेंद्र के इनपुट पर कार्रवाई करने वाले कांस्टेबल समेत दो और कांस्टेबल पर कार्रवाई की गई है।
जो जानकारियां सामने आई हैं उससे ये बात तय है कि सिरोही में पुलिस-तस्कर गठबंधन में सिरोही के कई पुलिस वाले शामिल हैं। इस बात का आरोप सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने भी लगाए हैं और उनके अनुसार इसके तार सिरोही तक ही नहीं पुलिस मुख्यालय जयपुर तक जुड़े हुए हैं।