सिरोही। जिले में पुलिस-तस्कर गठबंधन में शराब की तस्करी के फलते फूलते गोरखधंधे की जांच अब डीआईजी विजिलेंस सत्येंन्द्रसिंह करेंगे। इससे पहले आईजी रेंज जोधपुर ने इसकी जांच जालोर की एएसपी को सौंपी थी।
एएसपी द्वारा जांच किए जाने की सूरत में सिरोही एसपी की भूमिका की जांच नहीं हो पाती। जबकि सरूपगंज के निकट भारजा में जीएसएस के पीछे हरियाणा निर्मित शराब की बड़ी खेप को डंपिंग किए जाने के मामले में पुलिस की और मुखिया होने की स्थिति में एसपी की भूमिका सबसे ज्यादा संदिग्ध थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में सिर्फ सबगुरु न्यूज ने ही 30 मई को रेड वाले दिन ही ‘एक बोतल शराब की कार्रवाई एसपी के निर्देश पर तो जखीरा छूटना किसके निर्देश परÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित करके सीधे तौर पर पुलिस अधीक्षक की भूमिका को सवालों के घेरे में खड़ा किया था। इसके बाद निरंतर मिल रही लीड से इसमें पुलिस की भूमिका को उजागर किया था।
आज पहुंची थी एएसपी जांच के लिए
आईजी जोधपुर रेंज के निर्देशानुसार इस प्रकरण की जांच के लिए जालोर की एएसपी अनुकृति सिरोही में जांच के लिए पहुंची थीं। वह आबूरोड के आबकारी थाने में गई। वहां से जानकारियां जुटाई और जांच के लिए आवश्यकत तथ्यों को अन्य स्थानों से एकत्र करके जालौर निकल गईं। बाद में पुलिस अधीक्षक के करीबी हैड कांस्टेबल द्वारा एक कांस्टेबल से बातचीत में हैड कांस्टेबल के कंट्रोल में एसपी के होने का ऑडियो भी वायरल हुआ। सबगुरु न्यूज ने चलाया। शाम को यह जांच डीआईजी विजिलेंस सत्येंद्रसिंह को देने की सूचना आ गई।
सिरोही में पुलिस-तस्कर गठबंधन पर सबगुरु न्यूज में 30 मई से लगातार प्रकाशित समाचार…..
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