अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव के वैवाहिक जीवन और उनके तलाक के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने एक स्कूल शिक्षक और एक कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। इस विवाद को तूल देने वाला मुख्य आरोपी अनुपम पाल अभी हालांकि पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने स्कूल शिक्षक साइकत तालापात्रा को कल शाम अगरतला हवाई अड्डे से उस समय गिरफ्तार किया जब वह कोलकाता जाने वाले विमान में सवार होने वाला था। पूछताछ में उसने इस मामले में अपना हाथ होना स्वीकार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि तालापात्रा ने अपने फेसबुक वाल पर मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और इसकी वजह से उनके निजी और सार्वजनिक जीवन में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वह ऐसा कृत्य पहले भी अनेक लोगों के साथ कर चुका है और उसके खिलाफ अवैध गतिविधियों तथा उत्पीड़न के अनेक मामले दर्ज हैं।
उसकी गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने एक कांस्टेबल जमाल हौसेन को अपुष्ट सोशल मीडिया पोस्ट साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया था। वह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक की सुरक्षा में तैनात था और बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की धरपकड़ के प्रयास तेज किये जा रहे हैं।
एक स्थानीय टेलीविजन चैनल के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार प्रणव सरकार ने भी पाल के खिलाफ अफवाह फैलाने तथा सरकार और इस चैनल के साथ अपने संबंधों के बारे में भ्रामक जानकारी देने का एक मामला दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार इस रैकेट में अब तक नौ लोगों की पहचान हो चुकी है और इन लोगाें ने यह अभियान देव की छवि को धूमिल करने के लिए शुरू किया था। इसमें भारतीय जनता पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं, विपक्षी सदस्यों तथा कुछ महत्वपूर्ण लोगों के नाम भी सामने आए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने की एक सोची-समझी साजिश है ताकि उनकी सरकार की छवि को बदनाम किया जा सके। इसमें कुछ निहित स्वार्थी तत्वों का हाथ है। पुलिस इस मामले की तह तक जाने तथा पूरे नेटवर्क को नष्ट करने की कोशिश कर रही है।
गाैरतलब है कि पिछले हफ्ते दिल्ली की तीस हजारी अदालत में विप्लव की पत्नी की तरफ से एक तलाक याचिका दायर होेने संबंधी एक फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुई थी। देव की पत्नी ने इसका जोरदार खंड़न किया था और यह कहा था कि यह अफवाह राजनीतिक बदले की भावना के तहत फैलाई गई है तथा इसके पीछे गहरी साजिश है।