रांची। झारखंड के रांची में मिशनरीज ऑफ चैरिटी के एक कर्मचारी के नवजात को बेचने के मामले में आज सिस्टर कॉन्सेलिया और संस्थानी की कर्मी अनीमा इंदवार को आज चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि मिशनरीज से बेचे गये चार शिशुओं में से तीन को पुलिस ने बरामद कर लिया है। अनीमा पर आरोप है कि उसने रांची अस्पताल में अविवाहित लड़की के नवजात को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के दंपती को एक लाख 20 हजार रुपए में बेच दिया था।
सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष 30 जून को मिशनरीज ऑफ चैरिटी परिसर में बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने अचानक से की गई छापेमारी के बाद अनीमा ने आनन-फानन में सोनभद्र के दपंत्ति को शिशु के साथ 01 जुलाई को रांची बुलाया और उसके अगले दिन नवजात को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। इसके बाद उसने दंपती को कभी न मिलने की हिदायत दी।
इसके बाद दंपती हिनू स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटी परिसर में गए, जहां से उन्हें शिशु के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद उन्होंने सीडब्ल्यूसी में शिकायत दर्ज कराई। इस पर अनीमा से पूछताछ की गई और इस मामले का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस ने 4 जुलाई को सिस्टर कॉन्सेलिया और अनीमा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में सिस्टर कॉन्सेलिया ने स्वीकार किया कि उन्होंने दो शिशुओं को 50-50 हजार रुपए में, तीसरे को एक लाख 20 हजार रुपए में बेचा था। चौथे नवजात को सिमडेगा की एक दंपती को बेचा गया, जिसके लिए पैसे नहीं लिए गए।