नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने बेंगलूरु में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आईटी पेशेवरों से एक संवाद के कार्यक्रम में गांधी से सवाल करने वाले युवकों को गिरफ्तार किए जाने की मंगलवार को कड़ी भर्त्सना की और कहा कि बोलने की आज़ादी छीनने के मामले में कांग्रेस सबसे आगे है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा के खिलाफ असहिष्णु और तानाशाह होने का आरोप लगाया जाता है लेकिन सोमवार को गांधी बेंगलूरु में स्टार्ट अप्स वाले आईटी पेशेवरों के साथ एक संवाद कार्यक्रम में थे जहां कुछ पेशेवरों ने उनसे सवाल पूछने की कोशिश की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की थी। उन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रसाद ने कहा कि गांधी के दो चेहरे हैं। एक चेहरा वह है जब गांधी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की टुकड़े टुकड़े गैंग के साथ खड़े हो गए थे। आज तक उन्होंने एक बार भी माफी नहीं मांगी। दूसरा चेहरा है जब विरोधी विचार वाले आईटी पेशेवरों की बाेलने की आज़ादी छीनी जा रही है। उनकी अगुवाई में तकनीकी पेशेेवरों के साथ क्या व्यवहार हो रहा है। भाजपा इस व्यवहार की भर्त्सना करती है।
उन्होंने कहा कि गांधी हमें नसीहत देने की बजाय सीखें, सबको सवाल पूछने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि बोलने की आज़ादी का सर्वाधिक कांग्रेस नेताओं की कांग्रेस के भीतर छीनी गई है। कोई अपना मुंह खोलने की हालत में नहीं है, भले ही पार्टी गड्ढे में चली जाए। एक सवाल के जवाब में कहा कि गांधी के वर्तमान सलाहकारों को लेकर उनकी पार्टी एवं समर्थकों में असंतोष व्याप्त है।