भिंड | मध्यप्रदेश के भिंड में दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुए उपद्रव में पुलिस अधीक्षक को पुलिसकर्मियों के शामिल होने के बारे में सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद सभी को थानों से हटाकर लाइन अटैच कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक भारत बंद आंदोलन में शामिल होने के लिए कई विभागों के अधिकारी कर्मचारी अवकाश लेकर गए थे, लेकिन उपद्रव के बाद जब यह खबर प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो उक्त कर्मचारियों ने अपने आवेदन गायब कर दिए। ऐसे में कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने कलेक्टोरेट कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों की दो अप्रैल की बायोमेट्रिक हाजिरी निकलवाई है, जिसमें करीब 18 नाम संदिग्ध सामने आए हैं।
हालांकि प्रशासन अभी इनके नाम नहीं खोल रहा है, लेकिन सूत्रों के अनुसार इन्हें नोटिस देने की तैयारी चल रही है।
दो अप्रैल को हुए उपद्रव के बाद पुलिस प्रशासन ने 297 नामजद और पांच हजार 750 अज्ञात लोगों के खिलाफ अलग अलग अपराध पंजीबद्ध किए हैं। इनमें से अब तक 177 नामजद लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी है, जबकि 57 उपद्रवियों पर एसपी प्रशांत खरे ने 3 लाख 24 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया कि भारत बंद के दौरान हुए उपद्रव के बाद कुछ पुलिस कर्मचारियों को थानों से लाइन भेजा गया है। बंद के दौरान उनकी भूमिका कुछ संदिग्ध रही थी।कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा है कि भारत बंद में जिन कर्मचारियों की भूमिका रही है इस संबंध में जांच चल रही है। अपर कलेक्टर टीएन सिंह मामले की जांच कर रहे हैं। अभी 18 संदिग्ध कर्मचारी सामने आए हैं।