गुड़गांव | Alibaba Group, गुड़गांव के ऑफिस समेत कई ठिकानों पर पड़ी पुलिस की रेड, आरोपी GM फरार, आरोपी को भगाने में कंपनी पर शक भारतीय कानून से बचने की असफल कोशिश में जुटे Alibaba Group की कंपनी UCWeb के अधिकारी और कंपनी दोनों की ही मुश्किले बढती जा रही हैं। हाल ही में गाजियाबाद कोर्ट Alibaba Group की कंपनी Alibaba Mobile Business Group/UCWeb के भारत और इंडोनेशिया ऑफिस के General Manager Damon Xi के खिलाफ दो बार गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट निकाल चुकी है।
कोर्ट ने डैमन शी उर्फ Yu Xi के अलावा एक अन्य चाइनीज कर्मचारी स्टीवन शी उर्फ Peiwen Shi के खिलाफ दो बार गैर जमानती वारंट निकाला हुआ है। इन दोनों को गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुड़गांव पुलिस के साथ मिलकर ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत 17 मई को छापा मारा।
पुलिस ने गुड़गांव स्थित Time Tower बिल्डिंग में कंपनी के ऑफिस और Essel Tower के कई फ्लैट्स पर छापा मारा, जहां कंपनी के कई चाइनीज कर्मचारी टूरिस्ट और बिजनस वीजा पर भारत आकर गैरकानूनी तरीके से ना केवल काम करते हैं बल्कि यहां रहते भी हैं।
जब पुलिस कंपनी के ऑफिस पहुंची तो वहां से दोनों आरोपी नहीं मिले। हैरत की बात ये कि कंपनी मानने को ही तैयार नहीं है कि ये दोनों कर्मचारी कंपनी के कर्मचारी हैं, जबकि खुद कंपनी ने ही Damon Xi को दुनियाभर में Alibaba Mobile Business Group के General Manager के तौर पर ना केवल प्रस्तुत किया बल्कि मीडिया को दर्जनों इंटरव्यू भी दिए।
कंपनी की इंडिया HR Head यामिनी सिम्हा ने इस बारे में पुलिस को लिखित बयान भी दिया है, जिसे पुलिस 28 मई को गाजियाबाद कोर्ट में होने वाली अगली सुनावई में पेश करेगी।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल कंपनी के दोनों चाइनीज कर्मचारियों द्वारा कोर्ट के Summon का सम्मान ना करने और फिर पहले Non Bailable arrest warrant के जारी होने पर भी ना पकड़े जाने के बाद कोर्ट ने दूसरा वारंट जारी कर दिया है।
इससे पहले कोर्ट ने दोनों को 24 दिसम्बर 2018 को गाजियाबाद कोर्ट में पेश होने का ऑर्डर कोर्ट ने दिया था।
शिकायतकर्ता वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र सिंह परमार के वकील नवांक शेखर मिश्रा के मुताबिक यह लड़ाई बहुत बड़ी है और इसमें अगर हमको दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए अगर Interpol तक भी जाना पड़ा, तो हम जायेंगे। दोनों आरोपी कोर्ट से जितना दूर भागेंगे, भारतीय कानून उनसे उतना ही ज्यादा सख्ती से पेश आएगा।
कंपनी का विवादों से लगातार रहा है नाता।
नवम्बर 2017 में भारत सरकार के एक मंत्रालय ने एक सर्कुलर जारी कर उन 40+ से ज्यादा चाइनीज कंपनियों की लिस्ट में रखा था जिन्हें सरकार ने खतरनाक माना था। देश के सभी सैनिकों से इस एप को इस्तेमाल ना करने, मोबाइल को फोर्मेट करके इसके पूर्ण रूप से डिलीट करने का ऑर्डर जारी किया था।
इससे पहले अगस्त 2017 महीने में भारत सरकार ने Data Leak मामले में जांच के आदेश दिए थे।