जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों पर आज सुबह नौ बजे शुरू हुआ मतदान जारी है। मतदान शुरू होते ही पहला मत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला है। इसके बाद बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आए विधायकों ने वोट डाला। इनमें मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने दूसरा वोट डाला।
इससे पहले कांग्रेस विधायकों की पहली बस विधानसभा पहुंची जिसमें 40 से अधिक विधायक वोट डालने पहुंचे। इसके बाद भाजपा विधायकों की पहली बस पहुंची और विधायकों ने अपना मतदान किया।
इसी तरह कांग्रेस एवं उसके समर्थित विधायक तीन बसों में आए जबकि भाजपा के विधायक दो बसों में भरकर मतदान करने पहुंचे। भाजपा के डा सतीश पूनियां, गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र सिंह राठौड़ सहित कई विधायक अपना वोट डाल चुके हैं। शुरू में मतदान के लिए कांग्रेस और भाजपा एवं अन्य विधायक पंक्ति में खड़े अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। मतदान का समय सायं चार बजे तक का है और मतगणना पांच बजे शुरू होगी।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीन उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक एवं प्रमोद तिवारी चुनाव मैदान में हैं जबकि भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी उम्मीदवार हैं। सांसद सुभाष चन्द्रा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें भाजपा का समर्थन प्राप्त है।
विधानसभा में विधायकों की संख्या बल के आधार पर दो कांग्रेस एवं एक भाजपा के उम्मीदवार की जीत पक्की मानी जा रही है और चौथी सीट के लिए मुकाबला है। कांग्रेस के नेता उसके समर्थित निर्दलीय, कुछ क्षेत्रीय दलों के विधायकों सहित 126 विधायकों का समर्थन बताते हुए तीनों उम्मीदवारों के जीतने का दावा कर रहे हैं।
भाजपा को संभालना चाहिए अपना घर : गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी को अपना घर संभालने की नसीहत देते हुए फिर कहा है कि राज्यसभा चुनाव में हमारे तीनों उम्मीदवार आराम से चुनाव जीत रहे हैं।
गहलोत ने आज राज्यसभा मतदान के अवसर पर मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि फिर कहूंगा तीनों सीटें हम जीत रहे हैं आराम से और भाजपा को अपना घर संभालना चाहिए क्योंकि भगदड़ मची हुई वहां पर है। इन्होंने जिस प्रकार से दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया, उसको उनकी पार्टी के विधायकों ने ही लाइक नहीं किया। अनावश्यक हॉर्स ट्रेडिंग से दूसरा उम्मीदवार जीतने की क्या तुक थी।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में इसका रिएक्शन है। अनावश्क चुनाव करवा दिए, वरना चारों सीटें, तीन हमारी एक भाजपा की आराम से जीतती। ऐसे एक्ट को कोई लाइक नहीं करता। पहले भी इन्होंने ऐसे ही किया था पिछले चुनाव में, वहां भी मात खानी पड़ी इन लोगों को, अब फिर इस बार ये लोग मात खाएंगे।