नई दिल्ली। राजधानी में प्रदूषण के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। यहां पर शनिवार सुबह वायु की गणवत्ता बेहद खराब रही।
आसमान में धुंधली छाई रही और वायु की गुणवत्ता खराब होने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हुई। लोगों ने आंखों में जलन और सिर भारी होने की भी शिकायतें कीं।
दिल्ली में आज पूर्वाहन लगभग 11 बजे वायु की गुणवत्ता का सूचकांक 402 दर्ज किया गया। दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों के सरकारों से किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए एक तय समय सीमा में जरूरी उपहरण मुहैया कराने की अपील की है।
पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने राजधानी में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए आपातकाल की घोषणा की है तथा दिल्ली सरकार ने कहा है कि उसका राष्ट्रीय न्यायाधिकरण, उच्चतम न्यायालय और ईपीसीए के दिशा निर्देशों का पालन कर रही है और श्रेणिबद्ध तरीके से कार्रवाई योजना को लागू करेगी।
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को देखते हुए विद्यालयों में बच्चों को मास्क बांटे थे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पराली जलाने से रोकने के लिए हरियाण और पंजाब के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखने को कहा है।
निगम निकायों के कर्मचारी प्रदूषण को कम करने के लिए पानी की छिड़काव करते, लगातार सड़कों से धूल को हटाने के लिए सफाई और अन्य उपाय करते हुए दिखाई दिये।
प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को सभी विद्यालयों में पांच नवंबर तक छूट्ठी की घोषणा की है तथा स्थिति खराब रहने पर इसे और बढ़ाया भी जा सकता है। वायु प्रदूषण को देखते हुए यहां चार नवंबर से ऑड-ईवन योजना शुरू हो रही है, जो 15 नवंबर तक चलेगी।