अजमेर। राजस्थान राजस्व मंडल अजमेर के विघटन के सरकारी प्रयासों के खिलाफ गठित संयुक्त संघर्ष समिति ने आज राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विरोध में पोस्टकार्ड लिखने के महाअभियान का आगाज किया। करीब पांच से सात लाख पोस्टकार्ड मुख्यमंत्री को भेजने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अजमेर स्थित राजस्थान राजस्व बार एसोसिएशन एवं संयुक्त संघर्ष समिति ने राजस्व मंडल परिसर स्थित शिव मंदिर प्रांगण में भगवान को साक्षी मानकर अजमेर के हितों से छेड़छाड़़ नहीं होने देने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड लिखे जाने का श्रीगणेश करते हुए अपील की कि वह अजमेर हित को देखते हुए जन भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम न करे और राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित राजस्व मंडल विघटन पर पुनर्विचार करें।
पोस्टकार्ड अभियान में अभिभाषक संघ के अलावा राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, व व्यापारिक संगठनों के नुमाइंदों ने शिरकत कर विघटन के प्रस्ताव का विरोध किया। राजस्व बार के सचिव पवन सिंह चौहान ने बताया कि अजमेर के अधिकारों पर सरकारी कुठाराघात के प्रयासों से सभी वर्ग आहत एवं आक्रोशित है। पोस्टकार्ड अभियान का शुभारंभ हुआ है जो तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार विघटन के मामले में अपना निर्णय वापस नहीं ले लेती।
कर्मचारी नेता कांति शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में यदि राजस्व मंडल के विघटन की कार्यवाही होती है तो आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान न केवल अजमेर बल्कि पूरे राजस्थान का राज्य कर्मचारी उसे सबक सिखाने में पीछे नहीं रहेगा।