अजमेर। संन्यास आश्रम से गत 7-8 वर्षों से जनजाग्रती एवं जनकल्याण के लिए चल रही प्रभात फेरी के सदस्यों ने संतगणों के साथ रविवार को पुष्कर सरोवर की परिक्रमा की।
संयोजक उमेश गर्ग ने बताया कि पुरूषोतम माह, एकादशी तिथि के पावन अवसर पर प्रभात फेरी सुबह 5:30 बजे वाहनों के माध्यम से नए रंग जी मन्दिर पहुंची। मंदिर से चित्रकूट धाम के उपासक पाठकजी महाराज, साध्वी अनादी सरस्वती एवं सन्त महात्माओं के पावन सान्निध्य में तीर्थ राज पुष्कर सरोवर की प्रदिक्षणा की।
ऐसी मान्यता है कि जगत पिता ब्रह्मा ने स्वयं देवताओं, ऋषि मुनियों के साथ पुष्कर अरण्य की प्रदक्षिणा की थी। इस प्रभात फेरी का मुख्य उद्देश्य लुप्त हुई संस्कृति, क्षेत्र के उपेक्षित धर्म स्थलों, धरोहरों को पुनः विस्थापित करना और उनके महत्व को एवं परिक्रमा के महत्व को उजागर करना जीवन साधना, धर्म संस्कृति, पर्यावरण जल संरक्षण स्वच्छता एवं ब्रह्म मुहूर्त की प्रार्थना युक्त सैर कराना है।
प्रभात फेरी परिवार द्वारा सरोवर की प्रदक्षिणा कर पूजन किया गया। प्रभात फेरी को संबोधित करते हुए साध्वी अनादि सरस्वती ने कहा कि प्रभात फेरी परम्परा लुप्त होने के कगार पर है, आज के परिपेक्ष्य में ऐसी परम्पराओं की नितान्त आवश्यकता है जिनसे अध्यात्म, स्वास्थ्य, सौहार्द, संस्कृति एवं सामाजिक समस्ता को बल मिले।
चित्रकूट धाम के उपासक पाठकजी महाराज ने प्रभात फेरी को संस्कृति एवं अध्यात्म का सजग प्रहरी बताया। प्रभात फेरी में आलोक माहेश्वरी, महेश शर्मा, अशोक तोषनीवाल, सुभाष सोनी ने भक्ति गीतों से माहौल को हरिमय कर दिया।
लक्ष्मीनाराण हटुका, रामरतन छापरवाल, अशोक अग्रवाल, आलोक माहेश्वरी, महेश शर्मा, कैलाश जोशी, टिकम शर्मा, अमर सिंह कुमावत, ओम प्रकाश मंगल, शिवशंकर फतेहपुरिया, रमेश मित्तल, अजय शर्मा, शशिकान्त शर्मा, रमेश तापड़िया, दिनेश परनामी आदि श्रदालु उपस्थित रहे। प्रभात फेरी में मौजूद सभी सदस्यों को तपस्वी परिवार वैशाली नगर की ओर से अल्पाहार एवं प्रसाद वितरण किया गया।