जयपुर। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रकाश जावड़ेकर तथा सुधांशु त्रिवेदी को राजस्थान का प्रभारी बनाने पर पार्टी में कोई खुलकर प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
कार्यकर्ताओं से इस बारे में बातचीत करने पर यह माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में भले ही आशानुरुप नतीजे नहीं मिले लेकिन पार्टी की बुरी हार नहीं होने देने के लिए इन नेताओं ने काफी मेहनत की थी तथा लोकसभा चुनाव में उनके अनुभव का लाभ पार्टी को मिलेगा।
पार्टी को सत्ता विराेधी लहर का विधानसभा चुनाव में काफी सामना करना पड़ा था तथा लोकसभा चुनाव में भी केन्द्र सरकार के प्रति नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि कई कार्यकर्ताओं का यह भी मानना है कि राज्य में प्रधानमंत्री के प्रति अब भी लगाव है तथा लोकसभा चुनाव में इसका फायदा मिलेगा।
विधानसभा चुनाव में एक दर्जन से अधिक लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी के पिछड़ने के कारण अब लोकसभा चुनाव में एक नयी चुनौती खड़ी हो गई है तथा इन सांसदों को दुबारा मैदान में उतारने पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
लोकसभा चुनाव में इन सारी परिस्थितियों के मद्देनजर पार्टी की रणनीति बनाने के लिए स्थानीय नेताओं से तालमेल करना पहली प्राथमिकता है तथा यह दोनों अनुभवी नेता इस काम को अंजाम दे सकते हैं।
कई ऐसे भी कार्यकर्ता हैं जिनका मानना है कि चुनाव में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आक्रामक चुनाव प्रचार ही पार्टी को अच्छी स्थिति में ला पाया तथा इसका श्रेय कोई और नेता नहीं ले सकता। इस लिहाज से पार्टी का प्रभारी कोई भी बने चुनाव में शीर्ष नेतृत्व ही परिणाम दिला पाएगा।