जयपुर। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राजस्थान में अलवर के थानागाजी सामुहिक दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर घटना को दबाने का आरोप लगाते हुए उनसे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की है।
राजस्थान के प्रभारी मंत्री जावड़ेकर ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 26 अप्रेल को हुई घटना का दो मई को प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद छह मई तक मामले को छुपाया गया ताकि मतदान के बाद कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि गहलोत स्वयं राज्य के गृहमंत्री भी है और पुलिस अधीक्षक एवं थानाधिकारी ने उनके ईशारे पर ही इस मामले को दबाकर रखा गया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक को एपीओ करना तथा थानाधिकारी को निलंबन करना इस बड़े अपराध को देखते हुए मामूली कार्रवाई है।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी घटना है जिससे देश भर के लोगों के मन को न केवल विचलित कर दिया है बल्कि शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि गहलोत स्वयं कहते है कि हर गलती कीमत मांगती है तो भारतीय जनता पार्टी कहती है कि केवल चुनावी फायदे के लिए इस प्रकार की भयंकर गलती को छुपा कर रखना इससे बड़ा कोई अपराध हो नहीं सकता है।
जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कल राजस्थान आने वाले है और उनसे सभी की यही मांग है कि वह सबसे पहले मुख्यमंत्री गहलोत का इस्तीफा ले। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती से आग्रह किया है कि वह राज्य की कांग्रेस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेवे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के छह चरण हो चुके हैं और सातवां चरण बाकि है, निश्चित रूप से देश को शर्मसार करने वाली इस घटना से लोग कांग्रेस को हराने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार के चार माह में 34 दलितों पर अत्याचार की घटनाएं हुई है और महिलाओं और बच्चों के अत्याचार के मामले 68 दर्ज किए गए हैं। राज्य के सभी जिलों में अपराधों की घटनाओं में बढोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष निराशा एवं हताशा में है। लोकसभा चुनाव में हार विपक्ष को स्पष्ट दिखाई दे रही है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) दो तिहाई बहुमत हासिल कर एक बार फिर से केन्द्र में सरकार बनाएगा।