नयी दिल्ली । देश भर की तकनीकी समस्याओं और गुत्थियों को सुलझाने के लिए तीसरे स्मार्ट इंडिया हैकथान को आज यहां लॉच किया गया जिसमें करीब तीन हज़ार से अधिक इंजीनियरिंग संस्थानों के डेढ़ लाख छात्र भाग लेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने यहां इस हैकाथान को लांच करते हुए पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हेकाथान में उद्योग जगत की तकनीकी समस्याओं को भी सुलझाया जायेगा। पिछले दो हेकाथान में विभिन्न मंत्रालयों राज्य सरकारों से प्राप्त सवालों को ही छात्रों ने सुलझाया था। यह विश्व का सबसे बड़ा हेकाथान होगा।
उन्होंने बताया कि अनसुलझे सवालों के हार्डवेयर एवं सॉफ्ट वेयर के समाधान के लिए सितम्बर से विभिन्न मंत्रालयों एवं राज्य सरकारों से तकनीकी समस्याओं की जानकारी मांगी जायेंगी तथा अक्तूबर में छात्रों का पंजीकरण होगा। गत वर्ष एक लाख छात्रों ने भाग लिया था लेकिन इस साल डेढ़ लाख छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि नवम्बर में छात्र इन अनसुलझे सवालों की छटाई करेंगे और छह छात्रों की टीम इन चुनिन्दा सवालों पर दिसंबर, जनवरी और फरवरी में काम करना शुरू करेंगे। इसके बाद फरवरी के अंत में सौ केन्द्रों पर इनके हल निकालेंगे। उन्होंने बताया कि शिक्षा जगत के अलावा उद्योग जगत के लोग भी छात्रों को इस काम में मदद करेंगे।
जावडेकर ने कहा कि शिक्षा का मकसद कुछ अन्य खोजना होता है और यही नवाचार है। हेकाथान इसका उदहारण है, इसमें छात्र नवाचार के जरिये समस्याओं का हल निकलते हैं। उदाहरण के लिए गत वर्ष एक ऐसा पेन ड्राइव छात्रों ने बनाया है जिसमें पासवर्ड का इंतजाम किया गया है जिससे चोरी होने के बाद भी कोई इसका डाटा गायब नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस नवाचार से ही छात्र स्टार्ट अप शुरू कर सकेंगे। पहले हेकाथान में 1200 संस्थानों के 60 हज़ार छात्र दूसरे हेकाथान में 1600 संस्थानों के एक लाख छात्र शरीक हुए थे।