नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में कथित धांधली की रिपोर्टों पर चिंता व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि ये मशीनें चुनाव आयोग की हिफाजत में हैं और इनकी सुरक्षा तथा सभी अटकलों को निराधार साबित करना उसकी जिम्मेदारी है।
मुखर्जी ने इससे पहले सोमवार को एक समारोह में सही ढंग से चुनाव संपन्न कराने लिए चुनाव आयोग की सराहना की थी। पूर्व राष्ट्रपति ने आज एक वक्तव्य में कहा कि देश के लोकतंत्र के मूल आधार को चुनौती देने वाली अटकलों के लिए कोई गुंजाईश नहीं हो सकती। जनादेश पवित्र होता है और इसे किसी भी संदेह से परे होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनका संवैधानिक संस्थाओं पर पूरा भरोसा है और इस नाते उनकी सुविचारित राय है कि संस्थान को चलाने वाले लोग ही यह निर्णय लेते हैं कि उसके सभी अंग कैसे काम करें। मुखर्जी ने कहा कि इस मामले में संस्थान की विश्वसनीयता सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है और उसे ऐसा कर सभी तरह की अटकलों पर विराम लगाना चाहिए।