इलाहाबाद। नवगठित अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो राम का न हुआ वो देश का क्या होगा।
तोगड़िया ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि यदि केन्द्र सरकार निर्धारित समयावधि में विधेयक नहीं लाती है तो संत समाज लखनऊ से अयोध्या तक मार्च करेगा। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के दम पर भाारतीय जनता पार्टी है लेकिन भाजपा के दम पर हिन्दू नहीं है। इस मुगालते में कोई न रहे।
तोगडिय़ा ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद से अलग होने के बाद अब उनका एजेंडा अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण है। लखनऊ के बाद अयोध्या से होकर संगमनगरी पहुंचे तोगडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर भी जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि इन लोगों से अब जनता का भरोसा उठ गया है। भाजपा अब जुमला पार्टी बन गयी है। उन्होंने कहा कि देश के 20 करोड़ हिंदुओं को एकजुट कर वह तीसरा विकल्प बनाएंगे। यह तीसरा विकल्प ही हिंदुओं के उत्थान का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के लिए सरकार की ओर से कोई प्रयास न करना हिंदुओं से वादाखिलाफी है, यदि संसद से कानून बनवाकर जल्द ही मंदिर निर्माण नहीं शुरू कराया गया तो हिंदू अयोध्या कूच करेंगे।
विश्व हिन्दू परिषद के भूतपूर्व नेता डा तोगडिया ने एक सवाल के जवाब में अपने दर्द काे छिपा न सके और उनके मन का गुबार अन्तत: जुबान पर आ ही गया। डॉ. तोगडिय़ा ने कहा कि विहिप उनकी धड़कन थी, सांस थी, उमंग थी, सेवा था, त्याग और बलिदान था।
उन्होंने इसे छोड़ा नहीं बल्कि सत्ता के मदमस्तों ने उनसे छीना है। नए संगठन के गठन के बाद तोगडिय़ा आज पहली बार प्रयाग पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रयाग से वह काशी जाएंगे। संगमनगरी में विहिप के पदाधिकारी डॉ. तोगडिय़ा से दूरी बनाए दिखे।
उन्हाेंने कहा कि मौजूदा सरकार की हिन्दूवादी दल के तौर पर पहचान है हालांकि यह सरकार 2014 में जनता से किये वादों को पूरा करने में विफल रही है जिसका परिणाम है कि कश्मीर समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हिन्दुओं के हितों का नुकसान हुआ है।
डा तोगडि़या ने कहा कि युवकों को रोजगार मुहैया कराने, कश्मीर से धारा 370 को हटाने, गौवध पर प्रतिबंध, बांग्लादेशियों के अवैध प्रवेश पर रोक, बच्चो को अच्छी शिक्षा और किसानों के कर्जमाफी और बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर बरगलाया है।
सरकार चार साल में सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि देश की अधिसंख्य हिन्दू आबादी को उनके अधिकार दिलाने के लिये उनका संगठन आंदोलन को विवश हुआ है।
अहिप नेता ने इस मौके पर अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थान मंदिर का मसौदा बिल जारी किया और दोहराया कि अयोध्या के साथ काशी और मथुरा के लिये हिन्दू समुदाय मांगपत्र पर हस्ताक्षर करेगा। उन्हाेंने कहा कि करीब दस लाख कार्यकर्ता दस करोड़ हिन्दू परिवारों के घर जायेंगे और अयोध्या,काशी और मथुरा में भव्य मंदिरों के निर्माण के मांगपत्र पर हस्ताक्षर करायेंगे।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने का नियत साफ हाे तो निर्माण होने में देरी नहीं लग सकती लेकिन विडंबना है कि भाजपा के सत्ता में चार साल बिताने के बाद भी कानून बनाने का वादा पूरा नही हो सका है।
उन्होंने कहा कि मोदीजी विदेश दौरों में इतना मशगूल होने के बावजूद वहां मस्जिदों में जाकर मत्था टेकने का समय है लेकिन अयोध्या में भगवान राम के दरबार में शीश झुकाने का समय ही नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हिन्दू हितों के नाम पर उनकी भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कुंभ स्नान के लिए आने का वादा करते हुए वादा खिलाफी करने वालों को लेकर हुंकार की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कुंभ तक तीसरा विकल्प सामने आ जाएगा।