अयोध्या। अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने अयोध्या में विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए 21 अक्टूबर को लाखों कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ से अयोध्या कूच करने का ऐलान किया है।
तोगड़िया बुधवार को यहां अहिप के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से कहा कि केन्द्र सरकार को संसद में कानून बनाकर विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये चार माह का समय दिया था, लेकिन अभी तक कानून नहीं बना।
उन्होंने चेतावनी दी हे कि अगर 21 अक्टूबर तक मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश नहीं लाया गया तो लाखों हिन्दू कार्यकर्ता लखनऊ से अयोध्या के लिए कूच कर देंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 20 करोड़ हिन्दुओं से अयोध्या कूच करने के पहले एक हस्ताक्षर अभियान राम मंदिर के पक्ष में चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास करेगी तो लखनऊ और अयोध्या के राष्ट्रीय मार्ग को जाम किया जाएगा तथा गिरफ्तारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल में एक बार भी मंदिर निर्माण के लिए कोई कार्य नहीं किया।
अहिप नेता ने कहा कि हम अयोध्या के संतों का आशीर्वाद ले चुके हैं और इस मुहिम को पूरा करेंगे। उन्होंने मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल पर प्रहार करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर आंदोलन चला था। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर रथ यात्रा निकाली थी।
तोगड़िया ने कहा कि कोठारी बंधुओं ने राम मंदिर निर्माण के लिए शहादत दी थी, कारसेवकों ने अपनी छातियों पर अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए गोली खायी थी। उन्होंने कहा कि 64 कारसेवकों को गोधरा में जिंदा जला दिया गया था तब किसी ने न्यायालय का जिक्र नहीं छेडा था। आज जब केन्द्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है तो अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अदालत की बात कही जा रही है कि अदालत का फैसला आने पर मंदिर का निर्माण होगा।
उन्होंने कहा कि भगवा दुपट्टा पहनने से कोठारी बंधुओं की शहादत को मजाक बनाया जा रहा है और मेरी लड़ाई केवल राम मंदिर निर्माण से है। अगर भारतीय जनता पार्टी ने मंदिर निर्माण के लिये अध्यादेश नहीं लाई तो वे हिन्दू वादी राजनैतिक पार्टी देश में खड़ी करेंगे।
उन्होंने कहा कि 2014 में जब केन्द्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार आई तो हमने सरकार एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ बैठकर मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की बात कही थी। तब कहा गया कि मामला अदालत में है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि चार सालों में पूरी दुनिया में घूम-घूमकर मस्जिदों के दर्शन किए हैं लेकिन लखनऊ तक आने के बाद भी अयोध्या में स्थित विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने नहीं आए।
तोगडिया ने कहा कि हमारा हिन्दू एजेंडा है। हमको अयोध्या, काशी, मथुरा एक साथ चाहिए। राम मंदिर के नाम पर भारतीय जनता पार्टी को केन्द्र और उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत मिला। इसके बावजूद भी राम का नाम भूल गए हैं। अब अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद कानून का मसौदा संसद में भेज रहा है। केन्द्र सरकार बिल लाकर पारित करे।
अहिप अध्यक्ष ने आज श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास एवं उनके उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास शास्त्री, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास सहित कई संतों से भेंट कर मंदिर निर्माण के सम्बन्ध में आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद विश्व हिन्दू परिषद मुख्यालय कारसेवकपुरम् के व्यवस्थापक प्रकाश अवस्थी को श्रद्धांजलि दी।