चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ शहर में मंगलवार रात आठ इंच बरसात होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। प्री मानसून की भारी बारिश से एक तालाब में अचानक पानी की आवक बढने से डेढ़ सौ से अधिक भेड़ों की मौत हो गई जबकि शहर में प्रवेश के कई रास्ते अवरूद्ध हो गए।
जल संसाधन विभाग के अनुसार चित्तौड़गढ जिले में पिछले चार दिनों से विभिन्न जगहों हो रही बरसात ने मंगलवार रात को तेज हो गई और जिले के कई तहसील क्षेत्रों में चार इंच से अधिक बरसात हुई।
विभाग के अनुसार आज सुबह आठ बजे समाप्त तक पिछले चौबीस घंटों के दौरान चित्तौड़गढ़ तहसील में 195 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई जबकि सबसे कम भैंसरोड़गढ़ में 30 मिमी बारिश हुई जबकि कपासन में 114 मिमी दर्ज की गई। जिले के सबसे बड़े गंभीरी बांध पर 90 मिमी, बस्सी बांध पर 74 मिमी एवं कपासन तालाब पर 107 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई।
भारी बरसात से शहर में नाले उफान पर आ गए, जिससे शहर में प्रवेश के सभी मार्ग अवरूद्ध हो गये, इस दौरान कपासन मार्ग पर बोदियाने नाले का पानी सड़क पर आ गया और करीब पानी भर जाने से एक यात्री बस फंस गई। सभी यात्री बस की छत पर चढ गए। प्रशासन को जानकारी मिलने पर बचाव दल मौके पर पहुंचा और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। शहर में रात को घरों में करीब एक फुट तक पानी भर गया।
समीपवर्ती सतपुड़ा तालाब में डेरा जमाकर बैठे मारवाड़ के चरवाहों को रात को पता नहीं चला और तालाब में तेजी से पानी की आवक बढ़ने से उनकी डेढ़ सौ से अधिक भेड़ों की डूबने से मौत हो गई। सुबह सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी एवं विधायक चंद्रभानसिंह भी मौके पर पहुंचे एवं चरवाहों को राहत प्रदान की गई।