पुरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को ओडिशा के पवित्र शहर पुरी में दो किलोमीटर की पैदल यात्रा कर 12वीं शताब्दी के श्री जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की।
विशेष अभियान समूह (एसओजी) और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उस समय अचंभित रह गए जब मुर्मू तलबनिया हेलीपैड से जगन्नाथ मंदिर की ओर जाते समय बालागंडी चौक पर वाहन से उतर कर ग्रैंड रोड पर पैदल चलने लगी। इस दौरान राष्ट्रपति की एक झलक पाने के लिए सड़क के दोनों ओर लोगों की भीड़ थी। उन्होंने हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। उन्होंने सड़क पर चलने से पहले मंदिर के ‘नीला चक्र’ की पूजा भी की। हजारों की संख्या में एकत्र श्रद्धालुओं ने तीर्थ नगरी की पहली यात्रा करने पर राष्ट्रपति को बधाई दी।
ग्रैंड रोड पर चलते हुए राष्ट्रपति ने स्कूली बच्चों से भी मुलाकात की और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। वह ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर के सिंह द्वार पर पहुंचीं।
उन्होंने ‘गरुड़ स्तम्भ’ को छुआ और ब्रह्मांड के भगवान से प्रार्थना करने के लिए उसके पास बैठ गई। उन्होंने ‘बैसी पाचे’ मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार सिंहद्वार से मंदिर की ओर जाने वाली 22 सीढ़ियाँ से गर्भगृह में प्रवेश किया। उन्होंने श्री जगन्नाथ मंदिर के पीठासीन देवताओं की पूजा की।
मुर्मू करीब 30 मिनट मंदिर में रहीं और उन्होंने भगवान के दर्शन किए तथा बाद में आगंतुक पुस्तिका में हस्ताक्षर कर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। इसके बाद वह राजभवन के लिए रवाना हुईं, जहां उन्होंने पुरी के राजा गजपति दिव्य सिंह देव के साथ फर्श पर बैठे हुए केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले महाप्रसाद को ग्रहण किया।