नयी दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि कोलधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान में नोटबंदी का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम था।
कोविंद ने यहाँ बजट सत्र के पहले दिन संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुये कहा कि इस फैसले ने कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था पर प्रहार किया और वह धन, जो व्यवस्था से बाहर था, उसे देश की अर्थव्यवस्था से जोड़ा। मोदी सरकार द्वारा किये गये सुधारों का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि ‘बेनामी संपत्ति कानून’, ‘प्रिवेन्शन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट’ और आर्थिक अपराध करके भागने वालों के खिलाफ बने कानून के तहत 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई हो रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले जहाँ 3.8 करोड़ लोगों ने अपना रिटर्न फाइल किया था, वहीं अब 6.8 करोड़ से ज्यादा लोग आयकर रिटर्न फाइल कर रहे हैं। आज करदाता को यह विश्वास है कि उसका एक-एक पैसा राष्ट्र-निर्माण में ईमानदारी के साथ खर्च किया जा रहा है। उन्होंने ‘इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड’ का उल्लेख करते हुये का कि इस नये कानून की वजह से अब तक बैंकों और देनदारों के तीन लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष निपटारा हुआ है। सरकार ने पारदर्शी व्यवस्था विकसित करके कोयला खदानों की नीलामी की है और राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा की है।