अजमेर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की अजमेर दरगाह कमेटी द्वारा तैयार हल्के हरे एवं गहरे हरे रंग बॉर्डर की तैयार मखमली चादर सोमवार को म्यांमार के यंगून स्थित आखिरी मुगल शासक बहादुर शाह जफर की मजार पर चढ़ाएंगे।
दरगाह सूत्रों के अनुसार कोविंद की इच्छा पर दरगाह कमेटी ने यह चादर तैयार कर राष्ट्रपति भवन भिजवा दी है जिसे म्यांमार की पांच दिवसीय यात्रा पर जा रहे राष्ट्रपति अपने साथ ले जाएंगे और इसे यंगून में बहादुर शाह जफर की मजार पर चढ़ाएंगे।
यह पहला मौका है कि अजमेर में तैयार की गई विशेष चादर बहादुर शाह जफर के मजार पर भारत की ओर से पेश की जाएगी। चादर अजमेर के स्थानीय मुस्लिम परिवार द्वारा तैयार की गई है जो नौ फुट 12 इंच लम्बी तथा साढ़े छह किलो वजनी बताई जा रही है।
इसमें हरे रंग के मखमल और सफेद साटन, कुंदन एवं बूटे का काम, गुलाब एवं डायमंड फूल के साथ सिल्वर मोतियों की लड़ तथा झुमके काम में लिए गए हैं। कमेटी ने स्थानीय लौंगिया मोहल्ला निवासी कारीगर लियाकत अली के माध्यम से तैयार करवाकर तीन दिन पूर्व ही राष्ट्रपति भवन को सुपुर्द कर दिया।