जयपुर। राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी एवं केन्द्र सरकार पर देश में माहौल खराब करने का सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि आज देश में घृणा से डर का माहौल बन गया जो जानबूझकर पैदा किया जा रहा है।
अपने चुनाव प्रचार के लिए जयपुर आए सिन्हा ने आज यहां प्रेस कांफ्रेस में यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसलिए समाज में हिंसक वातावरण पैदा हो गया और समाज आज बंट गया है। उन्होंने कहा कि शायद देश का बंटवारा हुआ था उस समय भी समाज इतना नहीं बंटा होगा।
उन्होंने कहा कि देश में एक नया खेल शुरु हुआ है कि चुनी हुई सरकारों को गिराओं। अगर किसी प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार नहीं बनी तो दूसरे को टिकने नहीं देना है और उसे गिराना है। उन्होंने ये कमजोर कड़ी को ढूंढते है और एक एक करके चुनी हुई सरकारों को गिरा रहे हैं।
महाराष्ट्र में देख लिया और ताजा उदाहरण गोवा में कांग्रेस पार्टी को तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही क्यों हो रहा है। कहने में तो वे विशवास में हैं कि सिन्हा चुनाव हार गए हैं तो फिर खेल क्यों हो रहा है।
सिन्हा ने कहा कि वह लम्बे समय तक प्रशासन एवं अन्य जगहों पर रहे है, उन्होंने देश में ऐसा माहौल पहले कभी नहीं देखा है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने राजस्थान में ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि लेकिन सतर्क सावधानी की जरुरत हैं क्योंकि ये लोग कभी भी ऐसा प्रयास कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस अंधेरे में राजस्थान में रोशनी नजर आ रही है और श्री गहलोत के नेतृत्व में यहां अच्छा काम हो रहा है और सरकार के काम से लोग संतुष्ट हैं। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं सहित अनेक क्षेत्रों में सरकार ने पहल की है और अच्छा काम करके दिखाया है।
सिन्हा ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर योजना (ईआरसीपी) एक तमाशा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि एक मंत्री ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2018 में ईआरसीपी के बारे में भाषण दिया और उनके मंत्री इससे मुकर गए। उन्होंने कहा कि विकास के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए लेकिन राजनीति हो रही है।