नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा अनेक वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में संसद भवन जाकर नामांकन पत्र दायर किया।
मुर्मू ठीक साढे बारह बजे संसद भवन में राज्यसभा महासचिव के कार्यालय पहुंची और चार सेट में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दायर किया।
इस मौके पर उनके साथ मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री और अनेक केंद्रीय मंत्री तथा राजग के घटक दलों के नेता भी मौजूद थे। बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस तथा कई अन्य दलों के नेता भी मुर्मू के नामांकन के समय उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री सिंह और भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्यों के नाम पहले सेट में प्रस्तावक के तौर पर दर्ज हैं। नामांकन पत्र दायर करने से पहले संसद भवन स्थित पुस्तकालय भवन में पहुंची मुर्मू के साथ अन्य नेताओं ने नामांकन पत्र से संबंधित दस्तावेजी औपचारिकताओं को पूरा किया।
यहां से सभी प्रस्तावक मोदी के नेतृत्व में मुर्मू के साथ राज्यसभा महासचिव के कार्यालय के लिए रवाना हुए। संसद भवन परिसर पहुंचते ही मुर्मू ने वहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ। उन्होंने रमादेवी वूमेंस यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की। वह 17 मई 2015 से 2021 तक झारखण्ड की राज्यपाल रही। वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थी। वह पहली ओडिशा की नेता जिन्हें राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था।
वह वर्ष 2000 से 2009 तक ओडिशा विधानसभा की सदस्य रही। ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में दो बार रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक रही। वह राज्य सरकार में मंत्री भी रही। वह 1997 में ओडिशा में भाजपा के आदिवासी मोर्च की उपाध्यक्ष थी।
राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होना है और मतों की गिनती 21 जुलाई को की जाएगी। विपक्ष ने मुर्मू के खिलाफ पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। उनके 27 जून को नामांकन किए जाने की संभावना है।