काठमांडू ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय बिम्स्टेक सम्मलेन में शामिल होने के लिए गुरुवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। मोदी की इस यात्रा से पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंधों में मजबूती मिलेगी।
इस शिखर सम्मेलन का विषय ‘शांतिपूर्ण, समृद्ध और सतत बंगाल की खाड़ी’है। सात देशों के इस समूह में भारत सहित दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क)के पांच देश-बंगलादेश, भूटान, नेपाल और श्रीलंका शामिल हैं। इनके अलावा आसियान के दो देश म्यामांर और थाईलैंड भी इसके सदस्य हैं। आतंकवाद का मुद्दा बिम्स्टेक देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण विषय है।
प्रधानमंत्री ने बुधवार शाम अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “बिमस्टेक सम्मेलन में भारत की भागीदारी इस बात को प्रदर्शित करती है कि पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत बनाना भारत की प्राथमिकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि चौथे बिमस्टेक सम्मेलन से इस सम्मेलन में अब तक लिये गये फैसले को मजबूती मिलेगी और अब तक जो प्रगति हुयी है उसे बल मिलेगा एवं बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।”
उन्होंने यह भी लिखा कि उनकी नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली से मुलाकात और बातचीत होगी। इस दौरान इस वर्ष मई में उनकी नेपाल यात्रा के बाद द्विपक्षीय संबंधों में हुयी प्रगति की समीक्षा भी होगी।
नेपाल के प्रधानमंत्री ओली और मोदी पशुपतिनाथ मंदिर में नेपाल-भारत मैत्री धर्मशाला उद्घाटन का करेंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि बिमस्टेक सम्मेलन के अवसर पर बंगलादेश, भूटान, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड के राष्ट्राध्यक्षों से भी उनकी मुलाकात होगी। राजनयिक सूत्रों के अनुसार श्री मोदी की बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी मुलाकात की संभावना है।