चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चेन्नई मेट्रो रेल चरण-I विस्तार परियोजना समेत कई कार्यक्रमों तथा परियोजनाओं का उद्घाटन किया तथा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किए गए अर्जुन युद्धक टैंक (एमके-1ए) भारतीय सेना को समर्पित किया।
मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये तमिलनाडु सरकार की ओर से जवाहरलाल नेहरू इंडाेर स्टेडियम में आयोजित समारोह में इन परियोजनाओं की शुरूआत की।
मोदी ने चेन्नई और कोच्चि रवाना होने से पूर्व अंग्रेजी, मलयलम और तमिल में किए गए ट्वीट कर कहा कि आत्मनिर्भर भारत के विचारों काे गति प्रदान करने के लिए कई विकास कार्य शुरू किए जाएंगे। ये परियोजनाएं हमारे नागरिकों के लिए ‘ईज़ ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा देंगी।
मोदी ने दिवगंत मुख्यमंत्रियों एमजीआर और जे जयललिता के मंच पर रखे गए चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने चेन्नई मेट्रो रेल चरण-I विस्तार परियोजना का उद्घाटन किया जिसे 3,770 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किया गया है। उन्होंने वाशरमेनपेट से विमको नगर के बीच यात्री सेवा की भी शुरूआत की।
चेन्नई मेट्रो रेल चरण- I विस्तार परियोजना 9.05 किलोमीटर लंबी है और यह उत्तरी चेन्नई को हवाई अड्डा और सेंट्रल रेलवे स्टेशन से जोड़ेगी।
मोदी ने चेन्नई बीच और अट्टीपट्टु के बीच चौथी रेल लाइन का भी उद्घाटन किया। करीब 22.1 किलोमीटर लंबे इस खंड पर करीब 293.40 करोड़ रुपए की लागत आई है। यह न केवल चेन्नई बंदरगाह पर यातायात को आसान बनाएगी बल्कि चेन्नई और तिरुवल्लुर जिलों के बीच यात्रियों की यात्रा को सुलभ बनाएगी। यह खंड चेन्नई बंदरगाह और इन्नोर बंदरगाह को जोड़ेगा तथा ट्रेनों के परिचालन को भी लचीला बनाएगा।
प्रधानमंत्री ने विल्लुपुरम-कुड्डालोर-मायिलादुत्तुरैै-तंजावुर और मायिलादुत्तुरै-तिरुवलुर की सिंगल लाइन खंड पर रेलवे बिजलीकरण का भी उद्घाटन किया। करीब 228 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के बिजलीकरण पर 423 करोड़ रुपए की लागत आयी है। चेन्नई इग्मोर और कन्याकुमारी के बीच ट्रैक्शन में बदलाव किये बगैर हुए इसके निर्माण से ईंधन खर्चे में 14.61 लाख प्रतिदिन की बचत की गई है।
उन्होंने ग्रैंड एनीकुट कैनाल सुविधा के विस्तार, पुनर्निमाण तथा आधुनिकीकरण की भी आधारशिला रखी। डेल्टा जिलों में किसानों की सिंचाई सुविधा प्रदान करने में इस कैनाल का महत्वपूर्ण योगदान है। इस कैनाल के आधुनिकीकरण पर 2,640 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे जिससे इस कैनाल में पानी जमा होने की क्षमता भी बढ़ेगी।
प्रधानमंत्री ने चेन्नई के पास ताइयुर में निर्मित होने वाले आईआईटी-मद्रास के डिस्कवरी परिसर की भी आधारशिला रखी। करीब दो लाख वर्ग मीटर में निर्मित होने वाले इस परिसर के पहले चरण के निर्माण पर 1,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
मोदी ने अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक (एमके-1ए) को सेना को समर्पित किया। इस टैंक का डिजाइन, विकास और निर्माण डीआरडीओ के युद्धक वाहन अनुसंधान एवं विकास संगठन ने 15 एकेडमिक संस्थानों, आठ प्रयोगशालाओं तथा कई एमएसएमई के सहयोग से किया गया है।
इस अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी तथा उपमुख्यमंत्री ओ पननीरसेल्वम भी मौजूद थे।