नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 अगस्त को डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) का शुभारंभ करेंगे और उसी दिन से पूरे देश में इस बैंक की 650 शाखाएं शुरू हो जाएंगी।
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बुधवार को अनौपचारिक बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री 21 अगस्त को राजधानी के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में इस बैंक का शुभारंभ करेंगे।
उन्होंने कहा कि 800 करोड़ रुपए की लागत से आईपीपीबी का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। यह पूरी तरह से डिजिटल बैंक होगा अौर ग्राहकों को मामूली शुल्क लेकर उनके द्वार पर बैंकिंग सेवाएं प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आईपीपीबी का ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ा नेटवर्क होगा इसके मद्देनजर ऐसा डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है जिसमें हर तरह की सेवाएं डिजिटली दी जाएंगी। ग्राहकों को बैंक खाता नंबर नहीं दिया जाएगा बल्कि उसके स्थान पर एक क्यूआर कोड दिया जाएगा और उसी को स्कैन कर सभी तरह की बैंकिंग सेवाएं दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पहले दिन 650 शाखाएं और 3,250 से अधिक सेवा केन्द्र काम करने लगेंगे और इस वर्ष के अंत तक पूरे देश में इस बैंक के एक लाख 55 हजार डाकघरों को आईपीपीबी प्रणाली से जोड़ दिया जाएगा। इसमें से ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख 30 हजार डाकघर हैं जो वित्तीय समावेशन और सरकार की प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजनाओं को सफल बनाने में महती भूमिका निभाएंगे।
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश सेठी ने कहा कि यह बैंक विविध प्रकार के उत्पाद प्रदान करेगा जिसमें बचत एवं चालू खाते, धन हस्तांतरण, प्रत्यक्ष लाभांतरण, बिल एवं दूसरे भुगतान तथा उद्यम एवं व्यापार संबंधी भुगतान शामिल हैं।
ये उत्पाद एवं संबंधित सेवाएं विविध माध्यमों से भी प्रदान किए जाएंगे जिसमें काउंटर सेवाएं, माइक्रो एटीएम, मोबाइल बैंकिंग ऐप, एसएमएस और आईवीआर आदि शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि भुगतान बैंक के लिए रिजर्व बैंक ने कुछ सीमायें तय की हुई हैं, इसलिए तीसरे पक्ष के जरिये भी कुछ सेवायें दी जाएंगी। इसके लिए आईपीपीबी ने डाक विभाग के साथ मिलकर एक एकीकृत मॉडल विकसित किया है जिसके तहत डाकघर बचत बैंक के खाताधारक अपने खातों को इस बैंकिंग प्रणाली से जोड़कर आईपीपीबी द्वारा दी जाने वाली अतिरिक्त सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
आईपीपीबी के खाताधारकों को भी इसी तरह का लाभ मिलेगा क्योंकि आईपीपीबी के खाताधारक एक लाख रुपए से अधिक जमा नहीं कर सकते हैं। आईपीपीबी के किसी खाता में एक लाख रुपए से अधिक जमा होने पर वह स्वत: डाकघर बचत बैंक का खाता बन जाएगा।