नई दिल्ली। हलवे की पारंपरिक रस्म के साथ सोमवार को अंतरिम बजट तैयार करने तथा बजट दस्तावेजों की छपाई की प्रक्रिया शुरू हो गई।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है और वित्त वर्ष 2019-20 के लिए अंतरिम बजट 01 फरवरी को पेश किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस साल मई में मौजूदा सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के मद्देनजर 01 फरवरी को पूर्ण बजट पेश नहीं किया जाएगा।
पारंपरिक तौर पर अंतरिम में सिर्फ लेखानुदान मांगें हीं होती हैं। हालांकि, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बार अंतरिम बजट में लेखानुदान मांगों से अधिक होने की बात कहकर लोकलुभावन घोषणाओं के भी संकेत दिए हैं।
नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में आज हलवे की रस्म हुई। स्वास्थ्य कारणों से इलाज के लिए अमरीका गए जेटली इस मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन दोनों वित्त राज्य मंत्री शिव प्रसाद शुक्ला और पी. राधाकृष्णन ने फीता काटकर रस्म की शुरुआत की तथा मंत्रालय के कर्मचारियों में हलवा बांटा।
इस रस्म के साथ ही बजट की तैयारी और छपाई से सीधे जुड़े अधिकारी तथा कर्मचारी लोकसभा में बजट प्रस्तुत किए जाने तक वहीं रहेंगे। वे किसी से भी मिल नहीं सकेंगे तथा अपने फोन का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। संसद में बजट पेश किए जाने के बाद ही उन्हें बाहर जाने की अनुमति होती है।