नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मांग की कि दिल्ली मेट्रो का परिचालन बंद होने और दिल्ली परिवाहन निगम बसों की कमी के कारण लाखों लोगों के समक्ष पैदा हुई परिवहन समस्या से निपटने के लिए राजधानी में हजारों की संख्या में मौजूद निजी बसों को किराए पर लेकर सड़कों पर उतारा जाए।
मुख्यमंत्री केजरीवाल को आज लिखे पत्र में बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के लाखों यात्री अपनी आवाजाही के लिए प्रतिदिन दिल्ली मेट्रो का इस्तेमाल करते थे, लेकिन कोरोना महामारी संकट के कारण इसका परिचालन 22 मार्च से ही बंद है। दूसरी ओर डीटीसी के बेड़े में बसों की संख्या बहुत कम रह गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने इन बसों के परिचालन की अनुमति तो दी है लेकिन यह शर्त भी जोड़ी गई है कि इन बसों में 20 से ज्यादा यात्री नहीं सवार हो सकेंगे। इसकी वजह से बहुत ही कम संख्या में लोग इन बसों का इस्तेमाल कर पा रहे हैं।
नेता विपक्ष ने कहा कि राजधानी में लॉकडाउन में छूट के बाद तमाम सरकारी दफ्तरों से लेकर प्रमुख बाजार आदि भी खोल दिए गए हैं। दफ्तरों में शत प्रतिशत उपस्थित के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। ऐसे में जिन लोगों के पास निजी वाहन हैं उनके लिए तो अपने दफ्तर पहुंचना आसान है लेकिन राजधानी में बहुत बड़ी संख्या में लोग सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर निर्भर हैं। दिल्ली के ऐसे लोगों के सामने परिवहन को लेकर मुश्किल खड़ी हो गई है।
उन्होंने आग्रह किया कि आम लोगों की परेशानियों को देखते हुए, जब तक दिल्ली मेट्रो की सेवा बहाल नहीं हो जाती, तब तक निजी स्कूलों और पर्यटन के उपयोग में आने वाली हजारों निजी बसों को, जो फिलहाल जहां-तहां खड़ी हैं, किराए पर लेकर आम लोगों के लिए सड़कों पर उतारा जाए।