अजमेर। मुख्यमंत्री चिरंजीव स्वास्थ्य बीमा योजना लागू भले ही हो गई हो लेकिन निजी अस्पताल इसे तवज्जों नहीं दे रहे। ऐसे में मरीज दर दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं।
राजस्थान भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के मीडिया सहप्रभारी एवं अजमेर के उपमहापौर नीरज जैन ने मंगलवार को दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से चिरंजीव योजना को लेकर किए जा रहे बड़े बड़े दावे धरातल पर फेल होते नज़र आ रहे हैं।
जैन ने मुख्यमंत्री गहलोत की चिरंजीव योजना पर सवाल उठाते हुए कहा की उन्होंने इसे अपनी महत्वाकांक्षी योजना को जनहित में आवश्यक बताया था, लेकिन हक़ीक़त में यह धरातल पर लागू हो पा रही।
कोरोना महामारी काल में जब पीड़ित अस्पताल में भर्ती होना चाह रहे हैं तो अस्पताल उन्हें चिरंजीव योजना के आधार पर बीमे का लाभ देने और भर्ती नहीं कर रहे।
जैन ने आरोप लगाया कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारम्भ की गई आयुष्मान भारत योजना को लागू कर दिया जाता तो वर्तमान और विगत वर्ष के कोरोना काल में पीड़ितों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलता।
कांग्रेस सरकार की हठधर्मिता के कारण इसको लागू नहीं किया गया साथ ही विगत भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही भामाशाह योजना को भी बंद कर दिया गया जिसके कारण जनता को नुक़सान हुआ।
अब मुख्यमंत्री चिरंजीव स्वास्थ्य बीमा योजना का ज़ोर शोर से प्रचार कर जनता से 850 रुपए वसूल किए गए साथ बीमा करने की तिथि भी बढ़ा दी गई पर उसका लाभ आमजन को नहीं मिल पा रहा है।
उपमहापौर नीरज जैन ने मुख्यमंत्री गहलोत से मांग की है कि मुख्यमंत्री चिरंजीव स्वास्थ्य बीमा योजना को तुरंत लागू किया जाए साथ ही इस महामारी काल में सभी अस्पतालों को पीडित मरीजों को इसका लाभ देने के लिए निर्देशित किया जाए।