अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पशुपालकों के हित में संवेदनशीलता दिखाते हुए दिए गए दिशानिर्देशों के बाद तत्काल प्रभाव से आज सुबह से राज्य के सभी सातों पशु आहार संयंत्रों में उत्पादन शुरू हो गया है।
इन पशु आहार संयन्त्रों में उत्पादन शुरू होने पर अजमेर डेयरी के सदर रामचंद्र चौधरी ने उनका आभार व्यक्त किया है। चौधरी ने बताया कि गत दिनों से बंद पड़ी पशु आहार फैक्ट्रियां आज सुबह से प्रारंभ हो गई। अब आगामी एक सप्ताह में समस्त दुग्ध समितियों पर पशु आहार की आपूर्ति सामान्य हो जाएगी जिससे दूध उत्पादन में भी कमी नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि पशुपालकों के हित में दूध डेयरी बिक्री केंद्र का समय दिन में दो बार प्रातः छह से ग्यारह तथा सायं पांच से सात रखकर मुख्यमंत्री ने जनता और पशुपालकों को दोनों को राहत प्रदान की है। दोनों पारियों में दूध सप्लाई होने से पशुपालकों के दूध के बिक्री भी बढ़ेगी। साथ ही विगत दिनों आई कमी का पुनर्भरण हो सकेगा। इतना ही नहीं पशुपालकों के दूध के भुगतान में सहायता भी मिल सकेगी।
चौधरी ने मुख्यमंत्री से पशुपालन को को आवश्यक सेवाओं में शामिल करने और पशुपालकों को प्राथमिकता से कोविड वैक्सीन लगवाने का अनुरोध किया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन के अधीन अजमेर, जयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, पाली, बीकानेर, भरतपुर के पशु आहार संयंत्रों में समय पर टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने तथा कच्चे माल की अचानक दरें बढ़ाने के चलते काम बंद हो गया था। जिससे उत्पादन और आपूर्ति ठप्प हो गई, लेकिन डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी के अथक प्रयासों से पूरा मामला मुख्यमंत्री गहलोत के संज्ञान में लाया गया और मुख्यमंत्री ने भी मामले में गंभीरता दिखाते हुए पशु आहार संयंत्रों को आज से ही शुरू करवा दिया।
फेडरेशन के आधिकारिक सूत्रों ने अजमेर डेयरी सदर चौधरी को आश्वस्त किया है कि कच्चे माल की दर बढ़ने के बावजूद पशु आहार की दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी।