उदयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्र के हित को ध्यान में रखकर ही योजनाएं तैयार की जा रही है।
गहलोत आज यहां मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में आयोजित 10वें अंचल स्तरीय जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह एवं सर्व समाज शिक्षक गौरव समारोह-2022 को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रतिभाओं को सम्मानित करते हुए राज्य सरकार द्वारा गत चार वर्षों में किए गए जनकल्याणकारी कार्यों को साझा किया। उन्होंने कहा कि आप मांगते-मांगे थक जाएंगे पर मैं देते-देते नहीं थकूंगा, मेरी जिंदगी का एक-एक क्षण आपके लिए है।
उन्होंने मंच से आदिवासी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को लेकर हुए कार्यों को साझा करते हुए कहा कि प्रदेश में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से हर परिवार को दस लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा दिया गया है जो देशभर में पहला उदाहरण है। अब निर्धन परिवार बड़ी-बड़ी बीमारियों का डट कर मुकाबला कर रहे हैं।
हार्ट और लीवर ट्रांसप्लांट सहित बड़े-बड़े ऑपरेशन निःशुल्क होने से लोगों को राहत मिली है। प्रदेश में अनुप्रति योजना के माध्यम से बीस हजार छात्रों को कोचिंग कारवाई जा रही है। इसी प्रकार से उड़ान योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को हर माह 12 सेनेट्री नेपकिन उपलब्ध करवा रही है।
गहलोत ने कहा कि आज विश्व में अंग्रेजी की अहमियत को देखते हुए प्रदेश में 1670 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले गए हैं जिससे अब निर्धन परिवारों के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा उपलब्ध हो रही है। अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्राप्त कर ये बच्चे भविष्य में देश ही नहीं विदेश में भी काम कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि महंगाई से आज हर व्यक्ति परेशान है।
ऐसे में राज्य सरकार ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए आगामी 1 अप्रैल से गैस सिलेंडर 500 रुपये में देने का फैसला किया है। किसान मित्र उर्जा योजना में प्रदेश के लगभग 8 लाख किसानों के बिजली बिल शून्य हो गए हैं तथा आम उपभोक्ताओं को भी 50 यूनिट तक बिजली निःशुल्क दी जा रही है। सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में लगभग एक करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही है।
गहलोत ने उदयपुर कलक्टर ताराचंद मीणा को श्री मानगढ़ धाम गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने दुर्गाराम मुवाल और महेंद्र कुमार मीणा को नाना भाई खांट शिक्षक गौरव पुरस्कार से, डॉ किरण मीणा को आदिकवि महर्षि वाल्मीकि गौरव पुरस्कार, सीडीपीओ दीपिका मीणा को मेवाड़ वीर राणा पुंजा भील प्रतिभा पुरस्कार, पवन पुत्र निःशुल्क कोचिंग संस्था के संचालक रणवीर ठोलिया को वीर शहीद नानक भाई भील सामाजिक नेतृत्व पुरस्कार, डॉ सुनील मीणा को वीर बालक एकलव्य पुरस्कार, राज कलासुआ को शहीद जनजाति वीर बाला कालीबाई पुरस्कार तथा दृष्टिहीन क्रिकेट में अपना लोहा मनवाने वाले ललित मीणा को धनुर्धर श्री लिंबाराम पुरस्कार से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में जनजाति विकास मंत्री अर्जुन बामनिया, सांसद अर्जुनलाल मीणा, डूंगरपुर सांसद श्री कनकमल कटारा, राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर, पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया, पूर्व विधायक सज्जन कटारा, रिटायर्ड आईपीएस टीसी डामोर सहित जनप्रतिनिधि, उच्चाधिकारी एवं जनसमूह उपस्थित था।