मुंबई । प्रोजेक्ट नन्ही कली ने अगले तीन वर्षों में कुल पांच लाख लड़कियों को शिक्षित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रोजेक्ट नन्ही कली साझेदार ब्रांडों के साथ जुड़ाव करेगा, नन्ही कली केंद्रों में जागरूकता अभियान शुरू करेगा और लोगों के बीच काम करने वाली अपनी टीमों को और मजबूत करेगा।
महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने कहा, ‘‘विश्व बैंक ने कहा है कि शिक्षित महिलाएं गरीबी से परिवारों, समुदायों और राष्ट्रों को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकलने में मदद करती हैं। और इसमें कोई संदेह नहीं है। यदि भारत गरीबी के दुष्चक्र से बचना चाहता है, तो हमें सभी लड़कियों के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने में एक पल भी बर्बाद नहीं करना चाहिए। प्रोजेक्ट नन्ही कली के इस संकल्प के जरिए हम लड़कियों के शिक्षा के अधिकार की राह में रुकावट बनने वाली सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक बाधाओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।‘‘
अनुमान बताते हैं कि हमारे देश में औसतन एक लड़की को अपने जीवनकाल में चार साल से भी कम शिक्षा हासिल होती है। इस दिशा में ऐसे खतरनाक आंकड़े हैं, जिन्हें उद्योग द्वारा सहयोगी और दीर्घकालिक प्रयास की आवश्यकता है।
प्रोजेक्ट नन्ही कली के बारे में
प्रोजेक्ट नन्ही कली की स्थापना 1996 में महिंद्रा समूह के अध्यक्ष श्री आनंद महिंद्रा ने की थी, जो आज भारत के शीर्ष औद्योगिक घरानों में से एक है। इस कार्यक्रम की शुरुआत के पीछे उनकी यह धारणा थी कि शिक्षित महिलाएं न केवल अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं, बल्कि दहेज और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को भी दूर करने में मददगार साबित होती हैं। प्रोजेक्ट नन्ही कली ने अब तक देश के 14 राज्यों के ग्रामीण, आदिवासी और शहरी क्षेत्रों में 3,50,000 से अधिक लडकियों को शैक्षणिक और अन्य आवश्यक समर्थन देकर उन्हें सशक्त बनाया है। इसने बालिका शिक्षा को लेकर समुदायों के पूर्वाग्रहों को भी बदलने का प्रयास किया है।
महिंद्रा के बारे में
महिंद्रा ग्रुप 20.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कंपनियों का फेडरेशन है जो लोगों को आवागमन के नए समाधान, ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा, शहरी जीवन के विस्तार, नए व्यवसायों का पोषण करने और समुदायों को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है। उपयोगी वाहनों, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं और वैकेशन के मामले में इसकी स्थिति एक नेतृत्वकारी की रही है और उत्पादों की संख्या के आधार पर यह दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है। महिंद्रा, कृषि व्यवसाय, खाद, वाणिज्यिक वाहनों, परामर्श सेवाओं, ऊर्जा, औद्योगिक उपकरण, रसद, रियल एस्टेट, स्टील, एयरोस्पेस, डिफेंस और टू-व्हीलर में अपनी मजबूत उपस्थिति का भी आनंद उठाता है। भारत में मुख्यालय वाला महिंद्रा 100 देशों के 2,40,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है।