अजमेर। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने चाइल्ड लाइन इण्डिया फाउण्डेशन के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि बच्चों को यौन अपराधों से बचाकर हम उन पर किसी तरह का एहसान नहीं कर रहे बल्कि यह हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
चाइल्ड लाइन इण्डिया फाउण्डेशन के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी दीपक सिंह ने बताया कि मनन चतुर्वेदी ने दिशा समाज सेवी संस्था मदार में आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान के विभिन्न जिलो के कार्यक्रम समन्वयक व प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए बच्चों को यौन दुव्र्यवहार से बचाने के लिए अधिक से अधिक कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
दिशा संस्था के निदेशक फादर विशाल रेमण्ड ने बुके भेंट कर मनन चतुर्वेदी एवं अतिथियों का स्वागत किया। कार्यशाला के दौरान संजय सावंलानी सहायक निदेशक, बाल अधिकारिता विभाग, रविकान्त दरिया निरीक्षक मानव तस्करी विरोधी ईकाई, अभिषेक गुजराती अधीक्षक बाल गृह ने वरिष्ठ अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त किए।
राज्य बाल अधिकार आयोग के पूूर्व सदस्य गोविन्द बेनीवाल ने बाल अधिकार विशेषज्ञ के रूप में सहभागियों को यौन अपराध एवं बालकों के साथ होने वाले यौन अपराधों के बारे बताते हुए यौन अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के बिन्दुओं पर प्रशिक्षण दिया। फाउण्डेशन की कार्यक्रम अधिकारी आशिमा ने अतिथियों एवं प्रशिक्षकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया।
राजस्थान के 25 जिलों में संचालित चाइल्ड लाइन एवं 3 रेल्वे चाइल्ड हेल्प डेस्क के कुल 44 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण में भाग लिया। अजमेर चाइल्ड लाइन के शहर समन्वयक कुशाल सिंह रावत एवं केन्द्र समन्वयक नानूलाल प्रजापति ने कार्यशाला में सहयोग किया।