अजमेर। राजस्थान के अजमेर में भाजपा समर्थित सरपंच, पूर्व पार्षद तथा टिकिट के दावेदार सुभाष काबरा ने आज हल्लाबोल प्रदर्शन किया।
अजमेर उत्तर में हाथीखेड़ा पंचायत समिति के सरपंच लालसिंह रावत, पूर्व पार्षद कुन्दन वैष्णव तथा अजमेर उत्तर से भाजपा टिकट के लिए दावेदारी कर रहे माइनिंग व्यवसायी सुभाष काबरा ने विधानसभा क्षेत्र अजमेर उत्तर के सैकडों महिला पुरुषों के साथ कलेक्ट्रेट पर हल्लाबोल प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन देकर क्षेत्र की जनता से जुड़ी बिजली, पानी , सड़क तथा पट्टों की मांग की।
तीनों ने जनसमूह के बीच यूं तो कांग्रेस राज को कोसा लेकिन 20 साल से विधायक चले आ रहे देवनानी को भी नहीं बक्शा। इसमें व्यवसायी सुभाष काबरा की टिकिट के लिए महत्वाकांक्षा सामने आई है। काबरा वैश्य महासम्मेलन के जरिये वोटों का आंकड़ा बता टिकिट का दावा कर रहे हैं।
हालांकि पूर्व पार्षद कुन्दन वैष्णव हाथीखेड़ा के अलावा अजयसर, माकड़वाली, कच्चीबस्तियों की समस्याओं का जिक्र करते आरोप लगा रहे हैं कि देवनानी के ढीले व्यवहार के कारण क्षेत्रवासियों को पानी नहीं मिल रहा है। बीसलपुर भरा है, पानी अजमेर को न मिलकर जयपुर भेजा जा रहा है।
अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से एकत्रित महिला एवं पुरूषों का नेतृत्व कर रहे तीनों नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने गरीबों को मकान और भूमि के पट्टे देने की घोषणा की है। लेकिन अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा पट्टे नहीं दिए जा रहे हैं। सरकार की यह घोषणा थोथी साबित हुई है जिसका रिजल्ट लगभग जीरों रहा है। पट्टे नहीं मिलने से पेराफेरी क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
शहरी क्षेत्र में चार दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। गर्मी में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली के बिल भी ज्यादा आ रहे हैं। इस संबंध में जब शिकायत की जाती है तो निजी कंपनी टाटा पावर में कोई सुनवाई नहीं होती। कंपनी के अधिकारियों का कहना रहता है कि राज्य सरकार ने जो दिशा निर्देश दिए हैं उसी के अनुरूप उपभोक्ताओं को बिल भेजे जा रहे हैं। तीनों नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों की वजह से लोग परेशान हैं। जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए धरना प्रदर्शन किया गया है।
ज्ञापन में हाल ही कोटडा क्षेत्र में अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा नाजायज तरीके से मदन मेघवंशी का मकान तोडने पर पुनः निर्माण कराने पर जोर दिया गया। जिला प्रशासन ने पानी की सप्लाई 48 घण्टे में देने का आश्वसान दिया। पट्टे बनाने के लिए जल्द ही कैम्प लगाने का भरोसा दिया। टूटी फूटी सडकों का पेचवर्क भी जल्द शुरू होगा साथ ही अन्य मांगे उचित कार्रवाई के लिए राजस्थान सरकार भेज दी गई है।
इससे पहले ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोग सुबह 11 बजे जवाहर रंगमंच पर एकत्रित हुए तथा जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। कलक्ट्रेट के बाहर जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। बाद में अतिरिक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।